लोकसभा में ओवैसी बोले- इस्लाम में शादी कॉन्ट्रैक्ट है, इसे जन्मों का बंधन न बनाएं
By: Pinki Thu, 25 July 2019 5:11:00
लोकसभा में गुरुवार को तीन तलाक बिल पेश किया जा रहा है। लोकसभा में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल पेश करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुझे लग रहा था कि ऐसे मामले रुकेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोर्ट की कड़ी टिप्पणी और कानून के बाद भी यह मामले रुके नहीं है और 574 मामले आए हैं और कोर्ट के फैसेल के बाद भी तीन सौ से ज्यादा मामले आए हैं। इस बिल को लेकर लोकसभा में तीखी बहस हुई। बिल का विरोध करते हुए हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह है, इसे आप जन्मों का साथ मत बनाइए।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण की शुरुआत तीखे अंदाज में की। उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार इस बिल के खिलाफ खड़ा हुआ हूं और जबतक जिंदगी रहेगी तबतक इस बिल का विरोध करता रहूंगा। ओवैसी ने कहा कि इस बिल में तीन तलाक को अपराध बना दिया है। कोर्ट ने समलैंगिकता को गैर अपराधिक बना दिया है, ऐसे में आप तीन तलाक को अपराध बनाकर नया हिन्दुस्तान बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन तलाक अगर गलती से कहा जाए तो शादी नहीं टूटती और यही सुप्रीम कोर्ट भी कह रहा है। इस कानून के जरिए सरकार मुस्लिम औरतों पर जुर्म कर रही है। लोकसभा में ओवैसी ने कहा कि पति की गिरफ्तारी के बाद क्या कोई शौहर पत्नी को मुआवजा दे पाएगा। अगर पति जेल चला जाएगा तो क्या औरत तीन साल तक उसका इंतजार करती रहे। उस औरत से शादी से निकलने का हक मिलना चाहिए। ऐसे में फिर महिला का पालन-पोषण कौन करेगा।
हैदराबाद सांसद बोले कि इस्लाम में निकाहनामा है, आप भी एक कंडिशन लगा दीजिए कि अगर कोई तीन तलाक देगा तो उसे महिला को मेहर की रकम का 500 गुना जुर्माना देना होगा। तभी ओवैसी ने कहा कि इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है और आप कह रहे हैं कि जन्म-जन्म का साथ है। ऐसा मत कीजिए और हमारी बात को समझिए।
AIMIM सांसद ने कहा कि अगर कोई मुसलमान आदमी गलती से तीन बार तलाक बोल देता है तो शादी नहीं टूटती है। उन्होंने दावा किया कि इस्लाम में 9 किस्म के तलाक होते हैं और तीन तलाक उसमें से सिर्फ एक है। तीन तलाक बिल के विरोध में ओवैसी ने कहा कि इससे महिला पर बोझ बढ़ेगा, क्योंकि अगर शौहर जेल में चला जाएगा तो फिर महिला को पैसा कौन देगा।
AIMIM प्रमुख बोले कि मान लीजिए अगर अदालत ने तीन तलाक देने वाले पुरुष को तीन ताल की सजा दे दी, तो फिर महिला तीन साल तक उसके इंतजार में क्यों बैठी रहे। शादी में ही क्यों रहे। इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि क्या महिला तीन साल बाद कहेगी बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है’।
असदुद्दीन ओवैसी की इसी बात के साथ सदन में ठहाके लगने शुरू हो गए। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से मॉब लिंचिंग पर कानून बनाने की अपील की।