भरतपुर के डीग जिले के खोरी गांव में खेती के ठेके को लेकर हुए विवाद में गुरुवार रात करीब 10 बजे घर के बाहर फायरिंग कर दी गई। इस हमले में तीन लोग घायल हुए, जिनमें से एक की मौत हो गई। गांव के ही हरपाल और ओमप्रकाश के बीच मंदिर की जमीन पर खेती करने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में ओमप्रकाश ने हरपाल के भाई हरिओम (44) और दो भतीजों—गौरव (16) व प्रदीप (23) पर गोलियां चला दीं। इस हमले में हरिओम की मौत हो गई, जबकि गौरव और प्रदीप गंभीर रूप से घायल हैं।
10 दिन पहले भी हुआ था झगड़ा, जेल से छूटकर आते ही हमला
करीब 10 दिन पहले भी दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। तब ओमप्रकाश की शिकायत पर पुलिस ने हरपाल के भतीजे प्रदीप, चेचेरे भाई मोहन सिंह और गुलजार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गुरुवार को जब तीनों जेल से छूटकर घर लौट रहे थे, तभी ओमप्रकाश और उसके साथियों ने रास्ते में घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी। मोहन सिंह और गुलजार जान बचाकर भाग निकले, लेकिन प्रदीप को गोली मार दी गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
घर के बाहर फायरिंग, बाप-बेटे को मारी गोली
प्रदीप पर हमला करने के बाद ओमप्रकाश और उसके साथी हरपाल के घर पहुंचे और वहां गाली-गलौज करने लगे। यह सुनकर हरिओम और उसका 16 वर्षीय बेटा घर के बाहर आए। इसी दौरान ओमप्रकाश पक्ष के लोगों ने दोनों पर फायरिंग कर दी और वहां से फरार हो गए। इस बीच गंभीर रूप से घायल प्रदीप भी किसी तरह वहां पहुंच गया।
हॉस्पिटल ले जाते समय हरिओम की मौत
हरपाल ने तीनों घायलों को डीग हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से उन्हें भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। हरिओम को पेट में गोली लगी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रदीप और गौरव की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया।
400 बीघा जमीन को लेकर है विवाद
गांव के एक व्यक्ति के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच कई सालों से रंजिश चली आ रही है। गांव के प्राचीन मंदिर के पास 400 बीघा जमीन है, जिसे मंदिर का पुजारी हर साल बटाई पर देता है। इसी जमीन को खेती के लिए दोनों पक्ष अपने नाम करना चाहते हैं, जिससे उनके बीच लगातार विवाद बना हुआ है। 10 दिन पहले भी इसी मुद्दे पर झगड़ा हुआ था, जो अब खूनी संघर्ष में बदल गया।।