पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election) की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) के चीफ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है। चंडीगढ़ पहुंचे केजरीवाल ने प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी की सरकार बनी तो दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में भी बिजली के दाम कम किए जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि हम यहां 3 प्रमुख काम करेंगे। पहला, हम हर परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। दूसरा, सभी लंबित घरेलू बिजली बिल माफ कर दिए जाएंगे और लोगों के कनेक्शन बहाल कर दिए जाएंगे। तीसरा, 24 घंटे बिजली मुहैया कराई जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि जब हमने 2013 में दिल्ली में पहली बार चुनाव लड़ा तो लोगों को बेतुके बिजली के बिल मिलते थे।
केजरीवाल ने कहा, 'उम्मीद है कि इस घोषणा से पंजाब के 70% परिवारों का बिजली बिल जीरो हो जाएगा। बिजली 24 घंटे मिलेगी लेकिन बिल नहीं आएगा।' केजरीवाल ने कहा कि गरीबों के बिजली के बिल 70 हजार आ रहे हैं। उनका क्या दोष है। कनेक्शन काट दिए जा रहे हैं। उन्हें सम्मान दिया जाएगा और कनेक्शन जोड़े जाएंगे। सरकार में आने पर बिजली के घरेलू सारे बकाया बिल माफ किए जाएंगे।
आप संयोजक ने कहा कि सब के कटे हुए कनेक्शन बहाल किए जाएंगे। कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए आप नेताने कहा कि यह केजरीवाल की गारंटी है। कैप्टन के वादे नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही पहली कलम से पहली योजनाएं लागू कर दी जाएगी। हालांकि 24 घंटे बिजली देने में थोड़ा वक्त लग सकता है नई व्यवस्था बनानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अधिकांश बजट यहां पल रहे कई माफिया के बीच बंट जाता है।
AAP सुप्रीमो ने कहा कि हमने बिजली को मुफ्त करने का करिश्मा दिल्ली में करके दिखाया है और हम पंजाब में भी करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को पहले की तरह पंजाब में बिजली फ्री ही मिलती रहेगी। पूछे गए एक प्रश्न में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जब हमारी सरकार बनी तो राजस्व 30 हजार करोड़ था, जिसे बढ़ाकर पौने दो लाख करोड़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पैसे की कमी नहीं है यदि शराब माफिया और कई और माफियों पर नकेल कसी जाए तो राज्य का राजस्व बढ़ाया जा सकता है।
आपको बता दे, केजरीवाल का ये वादा तब सामने आया है, जब कांग्रेस आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर पर फ्री बिजली देने के वादे के लिए दबाव बनाया है। कांग्रेस चाहती है कि खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में बिजली मुफ्त दी जाए। इसके बाद ही आप ने भी बिजली और महंगाई को लेकर अपनी चुनावी स्ट्रैटजी तैयार की है। पंजाब में बिजली के बिल काफी बढ़े हुए आ रहे हैं। इसका विरोध सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ विपक्षी दलों ने भी किया है।