
नई दिल्ली। भारत सरकार वर्ष 2015-16 से प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) को लागू कर रही है, ताकि पात्र ग्रामीण और शहरी परिवारों को बुनियादी सुविधाओं वाले घरों के निर्माण में सहायता मिल सके। पीएमएवाई के तहत, पिछले 10 वर्षों में आवास योजनाओं के तहत पात्र गरीब परिवारों के लिए कुल 4.21 करोड़ घर पूरे किए गए हैं।
पीएमएवाई के तहत निर्मित सभी घरों को केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की अन्य योजनाओं के साथ अभिसरण के माध्यम से घरेलू शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
आज मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि पात्र परिवारों की संख्या में वृद्धि के कारण उत्पन्न आवास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 3 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण और शहरी परिवारों को मकान निर्माण के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
तीसरे कार्यकाल के लिए पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार पीएम मोदी ने सोमवार को पीएमओ के अधिकारियों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी टीम समय से बंधी नहीं है। उन्होंने कहा, "हम वो लोग नहीं हैं जिनका पद इस समय शुरू होता है और इस समय खत्म होता है। हम वो लोग नहीं हैं, हम समय से बंधे नहीं हैं, हमारी सोच की कोई सीमा नहीं है और हमारे प्रयासों के लिए कोई मापदंड नहीं है। जो इससे परे हैं वो मेरी टीम है और देश उस टीम पर भरोसा करता है।"
गौरतलब है कि इससे पूर्व रविवार को शपथ ग्रहण करने के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुँचे, जहाँ प्रधानमंत्री ने पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने की अपनी पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए। इससे 9.3 करोड़ किसानों को लाभ होगा और करीब 20,000 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे।
शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता श्रीकांत शिंदे ने कहा, "हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि हम सरकार का बिना शर्त समर्थन कर रहे हैं। इस देश को प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व की जरूरत है। सत्ता के लिए कोई सौदेबाजी या बातचीत नहीं है। हमने एक वैचारिक गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र निर्माण के महान कार्य को आगे बढ़ाएं। पार्टी, सभी विधायक और सांसद एनडीए के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।"














