जोधपुर शहर में बुधवार को दोपहर 4 बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत की गई, जिसमें सायरन बजने के साथ नागरिकों को सतर्क करने का प्रयास किया गया। शहर में कुल 18 स्थानों पर इलेक्ट्रिक सायरन लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से कई जगहों पर इनकी आवाज सुनाई नहीं दी। इसके चलते लोगों को यह तक समझ नहीं आया कि उन्हें करना क्या है। इसी कारण प्रशासन ने इस अभियान को गुरुवार को भी जारी रखने का निर्णय लिया है। प्रशासन ने कहा है कि अब लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं की मदद ली जाएगी।
जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि हर स्थान से रिपोर्ट मंगवाई जा रही है और जहां कमियां सामने आई हैं, उन्हें जल्द सुधारने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह मॉक ड्रिल करीब 54 वर्षों के बाद हो रही है। इसके तहत गुरुवार को शिक्षा संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों और स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाएगा। कलेक्टर ने जानकारी दी कि देर शाम बड़ी संस्थाओं के साथ बैठक होगी, जिसमें ड्रिल से जुड़ी खामियों और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि रात को ब्लैकआउट की भी मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसके तहत हर नागरिक को अपने घर की लाइटें बंद रखनी होंगी। इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि घरों से रोशनी बाहर न जाए, क्योंकि एयर स्ट्राइक जैसी स्थितियों में थोड़ी सी भी रोशनी गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। उन्होंने चेताया कि ऐसे हालात में लापरवाही करना दंडनीय अपराध हो सकता है। प्रशासन लोगों को निरंतर इस बारे में प्रशिक्षित करता रहेगा।
कलेक्टर ने बताया कि कुल 12 प्रकार की आवश्यक सेवाओं को इस मॉक ड्रिल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में समान रूप से जरूरी है। उन्होंने अपील की कि वाहन चालकों को भी अपनी लाइट पर पट्टी लगानी चाहिए और सभी नागरिकों को ब्लैकआउट का पूर्णतः पालन करना चाहिए। ड्रिल से पहले, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में मुनादी कर लोगों को जागरूक किया। कलेक्टर और डीसीपी खुद मौके पर पहुंचे और स्वयंसेवकों का उत्साह बढ़ाया। कलेक्टर ने खुद हाथ से बजने वाला सायरन बजाकर इसकी जांच भी की।
सालावास आयल डिपो में हुई बड़ी मॉक ड्रिल
जोधपुर के सालावास स्थित आयल डिपो में बुधवार को एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें कलेक्टर समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मॉक ड्रिल के दौरान डिपो पर हमले की स्थिति में आपात सेवाओं के रिस्पॉन्स टाइम को मापा गया। जिला प्रशासन इन सेवाओं की कार्यप्रणाली और समय-प्रबंधन की समीक्षा करेगा और आवश्यक सुधार के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगा।
बाड़मेर में एयर स्ट्राइक को लेकर मॉक ड्रिल का अभ्यास
बाड़मेर में भी बुधवार शाम 4 बजे एयर स्ट्राइक की आशंका पर मॉक ड्रिल की गई। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि 3:58 बजे सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन पर एयर स्ट्राइक हुई है। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और अन्य सभी संबंधित एजेंसियां त्वरित कार्रवाई में जुट गईं। स्टेशन पर मौजूद घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया और गंभीर घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। साथ ही बाड़मेर के बाजार को भी एहतियातन बंद कराया गया। इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, पुलिस और अन्य स्वयंसेवी संगठनों के वॉलिंटियर्स ने सक्रिय भूमिका निभाई।