कांग्रेस प्रवक्ता रही राधिका खेड़ा ने थामा भाजपा का दामन, लगाया था दुर्व्यवहार का आरोप
By: Rajesh Bhagtani Tue, 07 May 2024 2:36:49
नई दिल्ली। कांग्रेस की प्रवक्ता रहीं राधिका खेड़ा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। खेड़ा ने दो दिन पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था। राधिका खेड़ा ने अपने साथ छत्तीसगढ़ में दुर्व्यवहार करने और साजिश रचने का आरोप लगाया था।
भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस की पूर्व नेता राधिका खेड़ा ने कहा कि रामभक्त होने के नाते रामलला के दर्शन करने पर कौशल्या माता की धरती पर मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया। खेड़ा ने कहा कि मुझे भाजपा सरकार, मोदी सरकार का संरक्षण नहीं मिला था। आज की कांग्रेस महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं है, यह राम विरोधी, हिंदू विरोधी कांग्रेस है।
इससे पहले राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने अपने दो साथियों के साथ रायपुर के पार्टी ऑफिस में उनके साथ अभद्रता करने की कोशिश की। जब उन्होंने इसके बारे में पार्टी के शीर्ष नेताओं को जानकारी दी, तब आरोपी नेताओं के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश तक सबको इस आपत्तिजनक घटना के बारे में बताया गया, लेकिन आरोपी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद हताश होकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया।
#WATCH | After joining BJP, former Congress leader Radhika Khera says, "The manner in which I was misbehaved with on the land of Kaushalya Mata for being a devotee of Ram, for having darshan of Ram Lalla, I would not have been able to reach here if I had not got the protection of… https://t.co/t2ad9pjMEw pic.twitter.com/2lazrK38ii
— ANI (@ANI) May 7, 2024
राधिका खेड़ा ने कहा था कि घटना 30 अप्रैल की है। शाम को लगभग छह बज रहे
थे। मैं पार्टी ऑफिस में कुछ काम कर रही थी। उसी समय छत्तीसगढ़ कांग्रेस का
प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला अपने दो साथियों - नितिन भंसाली और सुरेंद्र
वर्मा - के साथ कमरे में आया। ये दोनों लोग भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस के
प्रवक्ता हैं। इसके एक साथी ने कमरा पीछे से बंद कर लिया। कमरा किसने बंद
किया, यह मैं नहीं देख पाई, लेकिन कमरा बंद होने की आवाज सुनते ही मैंने
अपना फोन निकाल लिया और कैमरा चालू कर दिया। मैंने चिल्लाना शुरू कर दिया।
इसके बाद बाहर निकलकर मैंने इस घटना की जानकारी सबको दी। लेकिन किसी ने कोई
कार्रवाई नहीं की। जब इस घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी ऐसे अपराधियों
पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया।