जयपुर एयरपोर्ट पर एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां कस्टम विभाग ने बैंकॉक से आई एक फ्लाइट में प्लास्टिक के कई डिब्बे पकड़े हैं। इन डिब्बों में जहरीले सांप, बिच्छू और मकड़ियां रखी हुई थीं। यह घटना गुरुवार रात को एयर एशिया की एक फ्लाइट से संबंधित है, जो बैंकॉक से जयपुर आई थी। कस्टम विभाग को यात्रियों के सामान की जांच के दौरान सात ऐसे डिब्बे मिले, जिनमें जहरीले जीवों को पैक किया गया था।
"हमें नहीं पता था पैकेट में क्या था?"
कस्टम अधिकारियों को दो संदिग्ध यात्रियों पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने उनसे पूछताछ की और उन्हें हिरासत में ले लिया। इन यात्रियों का कहना है कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि पैकेट में क्या रखा हुआ था। इसके बाद कस्टम विभाग ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। वन विभाग की टीम अब इन जहरीले जीवों की जांच करेगी।
सांप के जहर का नशा
नशे की दुनिया में सांपों और अन्य जहरीले जीवों के जहर का इस्तेमाल एक खतरनाक और असामान्य प्रथा है। कई लोग सांप के जहर को मादक पदार्थों की तरह इस्तेमाल करते हैं, जो उनके शरीर में नशे जैसा असर डालता है। सांप के जहर में न्यूरोटॉक्सिन नामक एक रासायनिक तत्व पाया जाता है, जो नशे का एहसास कराता है। इस तरह के नशे को ओफिडिज्म कहा जाता है, जो अत्यंत खतरनाक और घातक हो सकता है।
भारत में सांप के जहर का नशा सामान्य नहीं है, लेकिन विदेशों में इसका प्रचलन कहीं ज्यादा है। सांप के जहर से नशा करने का असर शरीर पर लंबे समय तक दिखाई दे सकता है। हालांकि, इसके प्रभाव के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन यह इतना खतरनाक होता है कि इसके नशे का खुमार कई दिनों तक व्यक्ति पर बना रह सकता है।
यदि लंबे समय तक इस तरह के नशे की आदत बन जाए तो व्यक्ति इसके आदी हो सकता है। नियमित सेवन से इस नशे की लत लग सकती है और इसके आदी शारीरिक व मानसिक रूप से इस पर निर्भर हो सकते हैं। ऐसे में इस खतरनाक प्रथा से बचने और इसके प्रभावों को समझने की बेहद जरूरत है।