दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी सत्ता से बाहर होते ही, पंजाब में भी इसके बारे में तरह-तरह के दावे सामने आ रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा ने दावा किया है कि आप के 30 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। हालांकि, जब कांग्रेस विधायक परगट सिंह से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस मसले पर केवल प्रताप बाजवा से ही जानकारी देने को कहा।
प्रताप बाजवा ने दिल्ली में आप की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाबियों को बेवकूफ बनाने और 2022 में उनके वोट हासिल करने के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे। लेकिन आप ने अभी तक महिलाओं को 1000 रुपये प्रति महीने नहीं दिए हैं।"
पंजाब में वापसी नहीं कर पाएगी बीजेपी- परगट सिंह
परगट सिंह ने पंजाब में बीजेपी की वापसी पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी 48 सीटों पर जीत हासिल करने के बावजूद पंजाब और पश्चिम बंगाल में उनका आना मुश्किल है। परगट सिंह ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली मॉडल को लागू करने के लिए सत्ता में आई थी, लेकिन अब वह मॉडल फ्लॉप हो चुका है। बीजेपी के पंजाब में वापसी के बारे में परगट सिंह ने कहा, "पंजाब और पश्चिम बंगाल वे दो राज्य हैं जहां पहले कांग्रेस सत्ता में नहीं थी, बल्कि बीजेपी सत्ता में थी। लेकिन अब इन दोनों राज्यों में बीजेपी की वापसी मुश्किल है। हालांकि, बीजेपी पूरी कोशिश कर रही है, फिर भी सत्ता में आना उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा।"
कंट्रोल्ड मुख्यमंत्री हैं भगवंत मान
परगट सिंह ने पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के बारे में कहा कि वह असल में मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि पहले से ही एक "कंट्रोल्ड मुख्यमंत्री" हैं। परगट सिंह का कहना था कि भगवंत मान पर दिल्ली का ही कंट्रोल है, और असल में उनका नेतृत्व सीमित है।
इस संदर्भ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा द्वारा दिए गए बयान पर परगट सिंह ने कहा कि, "लोगों के बीच यह अफवाहें हैं कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में मुख्यमंत्री बनने की कोशिश करेंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि भगवंत मान पहले से ही एक 'कंट्रोल्ड' मुख्यमंत्री हैं।"