केरल में कोरोना और जीका वायरस का कहर, 17-18 जुलाई को रहेगा संपूर्ण लॉकडाउन

By: Pinki Wed, 14 July 2021 10:06:24

केरल में कोरोना और जीका वायरस का कहर, 17-18 जुलाई को रहेगा संपूर्ण लॉकडाउन

केरल में कोरोना के साथ-साथ जीका वायरस के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। केरल में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्‍य सरकार ने 17 और 18 जुलाई को संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस दौरान बैंक भी बंद रहेंगे। अभी बैंकों को हफ्ते में पांच दिन की इजाजत है। इसके साथ ही राज्‍य सरकार 15 जुलाई से कोरोना की नई गाइडलाइन भी जारी कर सकती है।

बता दे, कोविड महामारी के बीच केरल में जीका वायरस के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। मच्छरों के काटने से होने वाली इस बीमारी के मंगलवार को दो और केस सामने आए हैं, इनमें एक 35 साल की महिला और दूसरा 41 साल का पुरुष है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि 35 साल की पुंथुरा निवासी महिला और सस्थामंगलम के रहने वाले 41 साल के एक दूसरे शख्स में जीका वायरस मिला है। दो नए केस सामने आने के बाद अब राज्य में जीका वायरस के कुल 21 मामले हो गए हैं।

मंगलवार को कोरोना से 124 लोगों की मौत

केरल में मंगलवार को कोरोना के 14,539 नए मरीज मिले, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30.87 लाख हो गई। वहीं, पिछले 24 घंटे में 124 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 14,810 हो गई।

स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक बयान में बताया कि मालापुरम में सबसे ज्यादा 2,115 मामले सामने आए हैं। इसके बाद एर्नाकुलम में 1,624 और कोल्लम में 1,404 मामले सामने आए। बयान के मुताबिक, मंगलवार को 10,331 मरीज संक्रमण मुक्त भी हो गए, जिसके बाद कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 29,57,201 हो गई। राज्य में 1,15,174 मरीजों का उपचार चल रहा है।

केरल में जीका वायरस का पहला मामला 24 साल की गर्भवती महिला में सामने आया। राज्य सरकार के मुताबिक, राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) ने अब तक 21 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि की है। जीका के लक्षण डेंगू की तरह हैं जिनमें बुखार, त्वचा पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द होना शामिल है।

जीका वायरस क्या है?

जीका फ्लेविवाइरिडे फैमिली का एक वायरस है। जीका एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलता है। एडीज मच्छर से ही डेंगू, चिकनगुनिया और येलो फीवर भी फैलता है। जीका वायरस गर्भवती महिला से उसके बच्‍चे में गर्भवास्था के दौरान फैल सकता है और इसके कारण बच्चा अविकसित दिमाग के साथ पैदा हो सकता है। ब्राजील में करीब 1600 बच्‍चे साल 2015 में कई विकारों के साथ पैदा हुए थे। जीका वायरस साल 1947 में यूगांडा के जीका जंगल में रहने वाले बंदरों में सबसे पहले ये वायरस पाया गया था। जिसके बाद इस वायरस का नाम जीका वायरस रखा गया। 1952 में युगांडा और तंजानिया में यह पहली बार इंसानों में पाया गया। 2007 में फेडरेटेड स्टेट्स ऑफ माइक्रोनेशिया के आइलैंड यप में जीका वायरस पहली बार फैला। इसके बाद 2013 में जीका वायरस बड़े स्तर पर फ्रेंच पॉलीनेशिया और उसके आसपास छोटे-छोटे देशों में फैला था।

जीका वायरस के लक्षण क्या हैं?

जीका वायरस से संक्रमित बहुत से लोगों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। कुछ लोगों को बेहद हल्के लक्षण होते हैं। जीका वायरस के लक्षण भी डेंगू और वायरल की तरह ही हैं जैसे कि बुखार, जोड़ों का दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, थकान, सिर दर्द और आंखों का लाल होना। हालांकि, इस वायरस का आरएनए अलग तरह का होता है। संक्रमित होने पर जीका वायरस आमतौर पर एक हफ्ते तक संक्रमित व्यक्ति के खून में रहता है। आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 3 से 14 दिन बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति इतना बीमार नहीं पड़ते कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़े। जीका वायरस से मृत्यु की आशंका काफी कम होती है। इसी कारण से बहुत लोगों को जीका वायरस से संक्रमित होने का पता ही नहीं चलता। जीका वायरस के लक्षण मच्छरों से काटने से होने वाली दूसरी बीमारियों जैसे ही होते है। जैसे डेंगू और चिकनगुनिया।

जीका वायरस से कैसे बचा जा सकता?


- मच्छरों से बचने के लिए फुल आस्तीन की शर्ट और पैंट पहनें।
- ऐसी जगहों पर रहें जहां AC हो और खिड़की, दरवाजों और रोशनदान में जाली लगी हो।
- घर के भीतर मच्छरों से बचने के लिए तरीकों को अपनाएं। जैसे कहीं भी पानी भरा न रहने दें।
- गर्भवती महिलाओं और नवजातों को दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित मॉस्किटो रैपलेंट (mosquito repellents) का इस्तेमाल करें।
- दो महीने से कम उम्र के नवजातों और बच्चों के लिए रैपलेंट्स का इस्तेमाल न करें।
- छोटे बच्चों के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- अगर कमरे में एसी और जालीदार खिड़की-दरवाजे या रोशनदान न हों तो मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।
- किसी भी ऐसी जगह यात्रा न करें जहां जीका वायरस के केस मिल रहे हों।

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