राजस्थान में मिलावटखोरी के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई के बावजूद नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों का कारोबार अब भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाया है। हाल ही में जालौर जिले के सांचौर क्षेत्र में पुलिस ने नकली घी बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है, जिसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
इस फैक्ट्री से पुलिस ने करीब 1000 लीटर नकली घी जब्त किया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जालौर जिले में नकली घी बनाने और बेचने का मामला पहले भी सामने आता रहा है, जहां अपराधी बड़े ब्रांड के नाम से नकली घी और अन्य खाद्य उत्पाद तैयार करते हैं। ताजा कार्रवाई में सांचौर स्थित एक दूध उत्पादक फैक्ट्री में विभिन्न ब्रांड्स का नकली घी तैयार किया जा रहा था।
सांचौर में श्री मोमोई मिल्क प्रोडक्शन फैक्ट्री में नकली घी बनाए जाने की सूचना मिलने के बाद खाद्य विभाग और पुलिस ने एक संयुक्त छापेमारी की। इस छापेमारी का नेतृत्व सांचौर के फूड इंस्पेक्टर विनोद कुमार परमार और उपनिरीक्षक अमृतलाल ने किया, और सांचौर थाना क्षेत्र की टीम ने गुरुवार (6 फरवरी) की देर रात फैक्ट्री पर छापा मारा।
छापे के दौरान पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री से कई बड़े डेयरी ब्रांड्स जैसे सरस, बनास और अमूल के नाम से नकली घी और कच्चा माल बरामद किया। फैक्ट्री में खाकी रंग के कार्टून और टिन भी पाए गए, जिन पर सरस घी का मार्क था, लेकिन उन पर उत्पादन और वैधता की तिथि नहीं लिखी हुई थी।
पुलिस ने मौके से 72 टिन नकली घी, 73 टिन वनस्पति और सोयाबीन तेल, साथ ही नकली एगमार्क लेवल पैकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले रंग और केमिकल भी बरामद किए। सभी सामान को जब्त कर माल खाने में रखा गया है और आगे की जांच जारी है।
4 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि एक मुखबिर ने सूचना दी थी कि सांचौर स्थित फैक्ट्री से तैयार नकली घी का सामान एक पिकअप वैन से बाड़मेर भेजा जा रहा था। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री से प्रतापराम पुत्र हकमाराम बालेरा, मनोज पुत्र चेनाराम माखपुरा, भारमल पुत्र छोगाराम चितलवाना और चंपालाल पुत्र चुन्नीलाल को गिरफ्तार किया।
आरोपी प्रतापराम ने बताया कि फैक्ट्री में दूध की क्रीम को गर्म कर उसमें 35% वनस्पति, 35% तेल और 30% क्रीम मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता था। यह प्रक्रिया एक बहुत ही खतरनाक तरीका था, क्योंकि इसमें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
राजस्थान और अन्य राज्यों में नकली और मिलावटी घी का कारोबार एक गंभीर समस्या बन गया है। इस प्रकार का घी देखने में बिल्कुल असली लगता है, लेकिन इसमें खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं। इन मिलावटी उत्पादों का सेवन सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है और कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जिनमें कैंसर जैसी बीमारी भी शामिल है।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि नकली घी के कारोबार में संलिप्त लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं, और इनकी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।