राजस्थान में शुक्रवार को 237 नए रोगी मिले, जो 21 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा है, तब 265 कोरोना मरीज मिले थे। यानी 51 दिन का रिकॉर्ड टूट गया है। ऐसे में राहत की बात है कि 5 मार्च के बाद से किसी की कोरोना से मौत नहीं हुई। 5 मार्च को एक जान गई थी। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के एक्टिव रोगी फिर 2 हजार के पार 2242 हो गए हैं। ऐसे में जरूरी है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाकर खुद को सुरक्षित कर लें। मगर प्रदेश में 30 दिन बाद भी 1.84 लाख लोग ऐसे है जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है। जब तक दूसरी डोज नहीं लगती, पहली डोज का कोई फायदा नहीं है। इसलिए जरूरी है कि 28 दिन के बाद दूसरी डोज लगवा लें ताकि आप और आपके अपने सुरक्षित रहें।
प्रदेश में कुल 26.98 लाख डोज लग चुकी हैं
राजस्थान वैक्सीनेशन के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है। अब तक 26 लाख 98 हजार 263 डोज दी जा चुकी है। इनमें 12 लाख 89 हजार 817 बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाई। बुजुर्गों का टीकाकरण प्रतिशत 13.3% है। प्रदेश में कुल 86 लाख 84 हजार 420 बुजुर्ग आबादी है, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। जयपुर में 91 हजार 291 बुजुर्ग कोरोना का टीका लगवा चुके है।
- 16 जनवरी से 11 फरवरी तक पहली डोज लगवाई 5,90,990
- 12 फरवरी से 12 मार्च तक दूसरी डोज लगवाई 406,944
- 30 से 54 दिन के अंतराल में दूसरी डोज नहीं लगवाई 1,84,046
आपको बता दे, राजस्थान में शुक्रवार को 237 लोग कोरोना संक्रमित मिले और 137 मरीज ठीक हुए। राज्य में अब तक 3 लाख 22 हजार 518 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3 लाख 17 हजार 487 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2,789 मरीजों की मौत हो गई। 2,242 का इलाज चल रहा है।