World Mental Health Day 2022: 8 में से एक शख्स मानसिक तनाव का शिकार, 20-35 वर्ष तक के युवा करते हैं सबसे ज्यादा सुसाइड
By: Priyanka Maheshwari Mon, 10 Oct 2022 09:26:05
आज के भाग-दौड़ वाली जीवन शैली के कारण हर दूसरा व्यक्ति चिंता, थकान, अनिद्रा, अवसाद , स्मृतिनाश और माइग्रेन आदि मानसिक रोगों से ग्रस्त है। आधुनिकता ने हमारी जीवन शैली को बदलकर रख दिया है, उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इन सब भागम भाग वाली जिंदगी से हर व्यक्ति तनाव में रहने लगा है और चिड़चिड़ेपन की प्रवृति बढने लगी है। इसी कारण अवसाद और अनिद्रा की आदि मानसिक बीमारी से सभी परेशान है। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ मेंटल हेल्थ (WFMH) ने आधिकारिक तौर पर नब्बे के दशक में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे की स्थापना की थी। तभी से यह हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ मेंटल हेल्थ ने 10 अक्टूबर 2022 को मनाए जाने वाले वर्ड मेंटल हेल्थ की थीम 'मेक मेंटल हेल्थ एंड वेल-बीइंग फॉर ऑल ए ग्लोबल प्राइयॉरिटी' तय की है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल लेवल पर 8 में एक शख्स मानसिक तनाव का शिकार है। मानसिक तनाव, आत्महत्या का एक बड़ा कारण है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में दुनियाभर में 7 लाख 3 हजार लोगों ने आत्महत्या की थी। इनमें 58% लोगों की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी। आपको जानकार हैरानी हो सकती है कि 20 वर्ष से 35 वर्ष तक युवा सबसे ज्यादा सुसाइड करते हैं। इनकी संख्या 60 हजार से पार है। इनमें ज्यादातर मिडिल क्लास परिवार से आने वाले युवा शामिल हैं।
इस साल WHO, पार्टनर्स के साथ मिलकर 'मेक मेंटल हेल्थ एंड वेल-बीइंग फॉर ऑल ए ग्लोबल प्राइयॉरिटी' कैपेंन लॉन्च करने जा रहा है। इसका मकसद मेंटल हेल्थ कंडिशन वाले लोगों, वकीलों, सरकारों, नियोक्ताओं, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के लिए मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को मेन स्ट्रीम में लाना होगा। ताकि इंटरनेशनल लेवल पर इस मुद्दे पर बात हो और लोगों की मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहे।
ऐसे दूर करें मानसिक तनाव
- तनाव को खुद पर हावी न होने दें।
- स्ट्रैस फ्री रहने के लिए वो काम करें जो आपको पसंद है।
- मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए योग और एक्सरसाइज कर सकते हैं।
- थोड़ी परेशानी होने पर भी डॉक्टर से बात करें।
- नशे से दूर रहें।
- पर्याप्त नींद लें।
- सोशल नेटवर्क को मजबूत बनाएं।
- वक्त मिलने पर अपनी स्किल को निखारें