आयशा जुल्का ने अपनी खूबसूरती और एक्टिंग से फैंस का मन मोहा। उनके खाते में ‘खिलाड़ी’, ‘जो जीता वही सिकंदर’, ‘चाची 420’ सहित कई हिट फिल्में हैं। इस बीच आयशा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि 90 के दशक के दौरान सेट पर सुरक्षा के बहुत अच्छे इंतजाम नहीं होते थे। एक बार सलमान खान ने उन्हें सेट पर मरते-मरते बचाया था। आयशा ने बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में कहा कि उस वक्त वॉल्की-टॉल्की नहीं होते थे और लोग सेट पर चिल्लाते हुए इंस्ट्रक्शन देते थे या फिर दूर से झंडे हिलाकर बताते थे।
एक बार ‘कुर्बान’ फिल्म की शूटिंग के दौरान हम इगातपुरी रेलवे ट्रैक के पास शूट कर रहे थे और हमें बताया गया कि उस समय कोई ट्रेन नहीं आएगी। हम ट्रैक पर शूटिंग कर रहे थे। कैमरामैन ने कैमरा लगाया हुआ था। मुझे ट्रैक पर डांस करना था और मुझसे पहले सलमान को डांस करना था। हमारा गाना जोर से चल रहा था। हम बार-बार रिहर्सल कर रहे थे और तभी मुझे किसी ने जोर से धक्का दिया और ऐसा लगा जैसे मेरे सारे अंग हिल गए। उन्होंने मुझे जोर से खींचा क्योंकि उन्होंने सुन लिया था कि ट्रेन आ रही है। मुझे एक पल को समझ नहीं आया कि क्या हुआ।
सबने यही कहा कि सलमान ने मेरी जान बचा ली। सलमान फिर युनिट के लोगों पर चिल्लाए कि वे भी ट्रैक पर हो सकते थे। मुझसे पहले वे वहां पर शूट कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि कुर्बान मूवी साल 1991 में रिलीज हुई थी। फिल्म के गाने काफी लोकप्रिय हुए थे। आयशा की पर्सनल लाइफ देखें तो उन्होंने साल 2003 में समीर वशी के साथ शादी कर ली। उनके कोई औलाद नहीं है।
आयशा ने फैमिली प्लानिंग के बारे में बात करते हुए कहा कि बच्चे नहीं हुए..ऐसा नहीं है। बच्चे न करना उनका खुद का फैसला था। मुझे बच्चे न करने का कोई मलाल नहीं है। ये मेरी पसंद है न की दूसरों की। इस फैसले में पति और फैमिली ने भी पूरा सपोर्ट किया है इसलिए मैंने कभी भी दूसरों की बातों पर गौर नहीं किया। आयशा ने गुजरात के 2 गांव गोद लिए हुए हैं जहां वह 160 बच्चों के खाने-पीने और पढ़ाई का खर्चा उठाती हैं।
आयशा जुल्का की दोस्त थीं दिवंगत एक्ट्रेस दिव्या भारती, ‘रंग’ फिल्म में शेयर की थी स्क्रीन
आयशा ने इंटरव्यू के दौरान दिवंगत एक्ट्रेस दिव्या भारती का भी एक किस्सा शेयर किया। आयशा ने कहा कि जब फिल्म ‘रंग’ की स्क्रीनिंग हो रही थी, तब उन्हें दिव्या की मौजूदगी का एहसास हुआ, जबकि वह पहले ही दुनिया छोड़ चुकी थीं। जब स्क्रीन पर दिव्या का सीन आया, तो स्क्रीन अचानक गिर गई। यह देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए, लेकिन मैं इस घटना से इतना घबरा गईं कि कई दिनों तक सो नहीं सकीं।
मैं जब फिल्म के डबिंग कर रही थीं, तब दिव्या के साथ वाले सीन को डब करते समय मैं खुद को संभाल नहीं पाईं। मैं फूट-फूटकर रोने लगीं और डबिंग रोकनी पड़ी। इस घटना ने मुझे मानसिक रूप से झकझोर दिया था। बता दें ‘रंग’ में दिव्या और आयशा ने बहनों का किरदार निभाया था। असल जिंदगी में भी दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी। आयशा ने बताया कि ‘वक्त हमारा है’ फिल्म के सेट पर अक्सर दिव्या आती थीं।
कभी मैचिंग शूज लातीं, तो कभी कोई और चीज। एक बार जब उन्होंने देखा कि मैंने बिंदी नहीं लगाई है, तो वह तुरंत मेकअप रूम से बिंदी लेकर आईं और मुझे दी। उल्लेखनीय है कि ‘रंग’9 जुलाई 1993 को रिलीज हुई थी, जबकि दिव्या की उसी साल 5 अप्रैल को मौत हो गई थी। वह अपने घर की बालकनी से गिर गई थीं।