
मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने प्रदेशभर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां त्योंथर न्यायालय में पदस्थ प्रथम व्यवहार न्यायाधीश मोहिनी भदौरिया को डाक के जरिए एक धमकी भरा पत्र मिला है। पत्र में न्यायाधीश को स्पष्ट रूप से जान से मारने की धमकी दी गई है और इसके एवज में 500 करोड़ रुपये की भारी-भरकम फिरौती मांगी गई है।
पत्र लिखने वाले ने खुद को कुख्यात डकैत हनुमान के गिरोह का साथी बताया है। आरोपी ने जज को धमकाते हुए लिखा कि यदि वे जिंदा रहना चाहती हैं तो उन्हें 1 सितंबर की शाम 7:45 बजे तक 500 करोड़ रुपये लेकर यूपी-एमपी बॉर्डर पर स्थित बड़गड़ जंगल में खुद आना होगा। पत्र प्रयागराज जिले के बारा थाना अंतर्गत लोहगारा निवासी संदीप सिंह के नाम से लिखा गया है, जिसे अब इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है।
जज साहिबा को मिले इस धमकी पत्र ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी है। मामले की शिकायत सोहागी थाने में दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 308(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना केवल न्यायपालिका ही नहीं बल्कि पूरे सिस्टम के लिए गंभीर चुनौती है।
रीवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि पत्र रजिस्ट्री के जरिए भेजा गया था और इसमें फिरौती की रकम के अलावा कोई ठोस कारण नहीं लिखा गया है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। कई संदिग्धों की पहचान की गई है, जिनके बारे में पता चला है कि वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस टीम आरोपी की तलाश में यूपी पहुंच चुकी है और जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
यह मामला न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश में न्यायाधीशों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से चिंता पैदा कर रहा है। जिस तरह से अपराधियों ने सीधे जज को ही निशाना बनाते हुए भारी-भरकम फिरौती की मांग की है, वह प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी जल्दी सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार कर पाती है।














