पुलिस पब्लिक फ्रेंडली बन जाए तो इंटेलिजेंस का सबसे बड़ा स्रोत आम जनता बन जाएगी : मुख्यमंत्री योगी
By: Priyanka Maheshwari Wed, 13 Dec 2017 6:48:16
गोमतीनगर स्थित उप्र-100 भवन में बुधवार को आयोजित तृतीय नार्दर्न रीजनल पुलिस कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, "हमें जनता में ऐसा विश्वास जगाना होगा कि लोग विश्वसनीय तरीके से पुलिस को जानकारी दे सकें। सूचना के आदान-प्रदान के साथ-साथ घटनाओं की रोक-थाम के लिए यदि एक सिस्टम बने तो आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा ही, साथ ही आतंकवाद, नक्सलवाद व अलगाववाद जैसी घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकेगा।"
योगी ने कहा, "उत्तर प्रदेश में कई चुनौतियां हैं। पिछले नौ महीनों में हमने महसूस किया है कि तकनीक के साथ-साथ अपराध और सुरक्षा से जुड़ी हुई समस्याएं भी बढ़ी हैं। पुलिस के सामने चुनौतियां हैं और उनकी समस्याएं भी हैं। राज्यों को अपने सीमित संसाधनों से समस्याओं का समाधान करना है, लेकिन तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए अपराधों को व्यवस्थित रूप से नियंत्रित करने के लिए एक तंत्र बने तो अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "उप्र ने महिला और सुरक्षा की दिशा में काफी काम किया है। कई पहल की गई हैं, जिनसे महिलाओं पर होने वाले अपराधों में कमी आई है। अपराध के मुख्य कारणों में भूमि संबंधी विवाद भी काफी होते हैं। एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स गठित करके हम लोगों ने उप्र में 1.53 लाख ऐसे मामले चिह्न्ति किए और हमने प्रभावी कार्रवाई शुरू की है। इसके परिणाम भी सामने आए हैं।"