राजस्थान में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही भारी बारिश का सिलसिला तेज हो गया है। सोमवार को जहां राज्य के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई, वहीं अलग-अलग हादसों में पांच लोगों की जान चली गई। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिनमें से पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है। चंबल और पार्वती जैसी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में बारिश का कहर
राज्य के पूर्वी हिस्सों — कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर और जयपुर संभागों में 24 से 26 जून तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, जोधपुर और बीकानेर संभागों सहित पश्चिमी राजस्थान में भी हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम के चलते 27 जून के बाद भारी बारिश और तेज हो सकती है।
हादसों में पांच की मौत, कई घायल
ध्यान देने योग्य है कि सोमवार को राजस्थान में हुई भारी बारिश के दौरान विभिन्न हादसों में कुल पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। चूरू जिले के सरदारशहर इलाके में एक पुरानी हवेली का छज्जा अचानक गिर गया, जिससे मलबे में दबने से तीन लोगों की जान चली गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं बारां जिले के मांगरोल क्षेत्र में बारिश से कमजोर हुई एक पुरानी दीवार गिरने से एक मासूम बच्चे की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। जयपुर में द्रव्यवती नाले के पास एक युवक का पैर फिसल गया और वह तेज बहाव में बह गया। सूचना पर पहुंची SDRF टीम ने करीब 4.5 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद युवक का शव बरामद किया।
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— SDRF RAJASTHAN (@SDRFRaj) June 23, 2025
28 जिलों में अलर्ट, 5 में ऑरेंज
इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए प्रदेश के 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से बारां, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली और टोंक जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां अत्यधिक वर्षा की संभावना जताई गई है। अन्य अलर्ट वाले जिलों में अजमेर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, कोटा, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जोधपुर, नागौर और पाली जैसे इलाके शामिल हैं, जहां भारी बारिश के साथ तेज गर्जना और बिजली गिरने की आशंका है। बीकानेर और जोधपुर संभाग में 25 से 27 जून के बीच आंधी और बारिश की तीव्र गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
जयपुर और बारां में हालात चिंताजनक
जयपुर में सोमवार को 52.1 मिमी बारिश हुई। शहर में जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हुआ और कई इलाकों में बिजली की समस्या भी रही। मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी में अब तक सामान्य से 288.93% अधिक बारिश हो चुकी है।
बारां में हालात और भी गंभीर रहे। यहां के शाहाबाद, किशनगंज और मांगरोल में 180 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। पार्वती नदी उफान पर आ गई और एक टापू पर फंसे 30 लोगों व 3000 भेड़ों को SDRF की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला।
नदियों का बढ़ता जलस्तर और बाढ़ की आशंका
चंबल और पार्वती जैसी नदियों के जलस्तर में तेज़ बढ़ोतरी हुई है। भंवरगढ़ में तलाई की पाल टूटने से कस्बे की बस्तियां जलमग्न हो गईं, यहां तक कि पुलिस थाना परिसर तक पानी भर गया। कई गांवों का आपसी संपर्क टूट गया है।
तापमान में बड़ी गिरावट
लगातार हो रही बारिश ने तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज कराई है। प्रदेश का सबसे गर्म शहर श्रीगंगानगर रहा, जहां अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि, अधिकांश शहरों में तापमान सामान्य से नीचे रहा। राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम है। कोटा में तो दिन का तापमान सामान्य से 12 डिग्री तक गिरकर 27.1 डिग्री पर पहुंच गया। अजमेर में अधिकतम तापमान 33 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब 4.6 डिग्री कम रहा। इन तापमानों में गिरावट से एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे आवश्यकतानुसार ही बाहर निकलें और नदियों या नालों के पास जाने से बचें। बारिश के चलते जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली है, वहीं जनहानि और बाढ़ की स्थिति ने चिंता भी बढ़ा दी है।