राजीविका जरूरतमंद महिलाओं की आजीविका का सशक्त माध्यम : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री

By: Pinki Wed, 16 Nov 2022 11:07:00

राजीविका जरूरतमंद महिलाओं की आजीविका का सशक्त माध्यम : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री

जयपुर, 16 नवम्बर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री रमेश चन्द मीना ने बुधवार को अलवर में प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित राजीविका स्वयं सहायता समूह सदस्यों से समूह संबल संवाद व आमुखीकरण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि राजीविका के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में बांसवाड़ा से पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी के नाम पर प्रारम्भ की गई राजीविका योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की महत्वाकांक्षी योजना है।

मंत्री श्री मीना ने कहा कि इस योजना से जुडकर लाखों महिलाएं स्वयं के कार्य कर अपने परिवार को आर्थिक संबल प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि राजीविका के कलस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) व स्वयं सहायता समूहों को बैठने के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन व पंचायतीराज विभाग के माध्यम से कार्य कराया जाएगा जिसमें नरेगा से कनवर्जेन्स कर भवनों का निर्माण कराया जाएगा।

मंत्री श्री मीना ने कहा कि कॉपरेटिव बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई गई है। राजीविका के प्रोडेक्ट ‘राज’ ब्रान्ड नाम से विक्रय के लिए सोशल प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेगा में राजीविका की समूह से जुडी हुई महिलाओं को मेट कार्य के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। समूह से जुडी महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उनको हुनरबंद बनाया जाएगा। सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार आदि कार्य भी समूह की महिलाओं द्वारा कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और उद्योग विभाग से स्वयं सहायता समूहों को एमएसएमई उद्यम स्थापित कराए जाएंगे। पुलिस के सहयोगार्थ सुरक्षा सखी आदि कार्य के लिए भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सहयोग लिया जाएगा। उनकी मंशा है कि राजीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिला कम से कम प्रतिमाह दस हजार रूपये कमाए। उन्होंने प्रताप ऑडिटोरियम में राजीविका के समूहों के उत्पादों की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

अलवर जिला प्रमुख श्री बलबीर सिंह छिल्लर ने जिले में राजीविका के माध्यम से महिला समूहों द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला आर्थिक रूप से सशक्त होंगी तो परिवार सशक्त होगा परिवार सशक्त होने से समाज सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग में 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण है। इससे महिलाओं को आगे बढने का अवसर मिला है।

रामगढ विधायक श्रीमती सफिया जुबेर खान ने कहा कि महिला व पुरूष एक धुरी के दो पहिये हैं। महिलाओं के आत्म सम्मान में आर्थिक संबलन का महत्वपूर्ण योगदान है और इसमें गरीब तबके की महिलाओं को राजीविका में संबलन प्रदान किया है।

कार्यक्रम में राजीविका समूहों से जुडी महिलाओं ने राजीविका से जुडकर उनके जीवन में आए आर्थिक बदलावों के बारे में अपनी बातें साझा की जिसमें बगड राजपूत के उमंग सीएलएफ की कलस्टर मैनेजर गीता प्रजापत ने बताया कि राजीविका से जुडकर लोन आदि लेकर कार्य प्रारम्भ किया। अब अपने सीएलएफ के माध्यम से करीब 17 क्विंटल मसाले बेच चुकी है और विगत साल के सीएलएफ की शुद्ध कमाई करीब 52 लाख रूपये रही। बाम्बोली गांव की निवासी श्रीमती बबली देवी ने बताया कि उमंग सीएलएफ से जुडकर 20 रूपये साप्ताहिक बचत प्रारम्भ कर समूह से ऋण लेकर अपना स्वयं का कार्य धीरे-धीरे बढाकर अब सिलाई कढाई का कार्य बढा लिया है और अब स्वयं की दुकान है और उसमें तीन लाख रूपये का सामान भी वर्तमान में है। इसी प्रकार बहाला निवासी मंजू रानी ने बताया कि राजीविका से जुडकर समूह से लोन लेकर स्वयं का सिलाई कार्य प्रारम्भ कर अपने पति को डीफार्मा करवाया और उनके पति के पास अब बहाला स्टैण्ड पर मेडिकल स्टोर है इससे अब करीब 35 से 40 हजार रूपये प्रतिमाह की आमदनी हो रही है।

राजीविका के जिला प्रबंधक श्री राहुल चौधरी ने बताया कि जिले में 2014-15 से राजीविका योजना प्रारम्भ हुई। वर्तमान में यह जिले के 16 ब्लॉकों की 507 ग्राम पंचायतों के 1264 गांवों में संचालित है। जिले में कुल 8 हजार 729 स्वयं सहायता समूह, 685 ग्राम संगठन व 19 कलस्टर लेवल फेडरेशन का निर्माण हो चुका है जिससे करीब 1 लाख 1 हजार 877 महिलाएं जुडी हुई है। उन्होंने बताया कि 6 हजार 186 समूहों को रिवोल्विंग फण्ड के रूप में 920 लाख रूपये (प्रति समूह 15 हजार रूपये) व 3 हजार 198 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के तौर पर 2 हजार 606 लाख रूपये (प्रति समूह 75 हजार ) दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में 9,382 समूह के लिए 1 अरब 33 करोड रूपये का बैंक लोन दिलवाया गया है। उन्होंने कहा कि सभी महिलाएं ऋण किश्तों का भुगतान समय पर कर रही है। जिला परिषद की कार्यवाहक सीईओ श्रीमती रेखारानी व्यास ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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