जयपुर। प्रदेश में 27 और 28 फरवरी को अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) का आयोजन होगा। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए प्रशासन ने पूरे प्रदेश में विशेष इंतजाम किए हैं। इसी बीच रीट परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए सामाजिक संगठन भी आगे आए हैं। परीक्षार्थियों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अभ्यर्थियों के रुकने और भोजन की व्यवस्था की है।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष केसरी चंद शर्मा ने बताया कि इस परीक्षा में बड़ी संख्या में परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं। इसे देखते हुए राजधानी जयपुर में 27 एवं 28 फरवरी को ब्राह्मण परीक्षार्थीयों के रहने एवं भोजन की निःशुल्क व्यवस्था भगवान परशुराम परिसर सेक्टर 4, विद्याधर नगर जयपुर में की गई है। इसके अलावा राजपूत सभा की ओर से भी राजपूत परीक्षार्थियों के लिए राजधानी जयपुर में तीन अलग-अलग स्थानों पर रहने और खाने के लिए निशुल्क व्यवस्था की गई है। इसके तहत सिंधी कैंप स्थित राजपूत छात्रावास और झोटवाड़ा स्थित फतेह निवास में छात्रों के लिए व्यवस्था की गई है जबकि राजमंदिर के समीप स्थित राजपूत सभा भवन में छात्राओं के लिए व्यवस्था की गई है।
प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट-2024) के सफल आयोजन के लिए जयपुर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों एवं कार्मिकों को किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले अथवा परीक्षा से संबंधित कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी एवं कार्मिकों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिला परीक्षा संचालन समिति के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर (पूर्व) गोपाल सिंह शेखावत ने बताया कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा में जयपुर शहर के 233 परीक्षा केन्द्रों पर तीन पारी में कुल 2 लाख 70 हजार 18 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के लिए रेलवे ने भी विशेष इंतजाम किए हैं। अभ्यर्थियों के लिए रेलवे परीक्षा स्पेशल ट्रेन चला रहा है ।
विशेष जिम्मेदारी
शेखावत ने बताया कि परीक्षा के सफल आयोजन के लिए जिला कलेक्टर डॉ। जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा एवं समकक्ष सेवा के 24 अधिकारियों को एरिया अधिकारी एवं राजस्थान तहसीलदार सेवा एवं समकक्ष सेवा के 48 अधिकारियों को जोनल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारियां सौंपी गई है। इस प्रकार प्रत्येक 10 केन्द्रों पर एक एरिया अधिकारी एवं प्रत्येक 5 परीक्षा केन्द्रों पर एक जोनल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। परीक्षा केद्रों पर 11 हजार 500 सरकारी वीक्षकों एवं 758 मंत्रालयिक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।