कोरोना की इस जंग में जीत पाने के लिए वैक्सीनेशन बहुत जरूरी हैं ताकि संक्रमण पर लगाम लगाई जा सकें। 1 मई से 18 से 44 उम्र के लोगों का टीकाकरण जरूर शुरू किया गया हैं लेकिन इसका पर्याप्त स्टॉक नहीं मिल पा रहा हैं। ऐसे में एक बार फिर युवाओं के वैक्सीनेशन पर संकट मंडराने लगा हैं और नया स्टॉक नहीं आता हैं तो 26 मई से राजस्थान में टीकाकरण बंद होने की संभावना हैं। कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद वैक्सीन की मांग बहुत तेजी से बढ़ने लगी है। 18 से 44 एज ग्रुप वालों में वैक्सीनेशन की स्थिति ये है कि लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए ऑनलाइन स्लॉट नहीं मिल रहे। रात 8:30 बजे ऑनलाइन स्लॉट खुलने से पहले ही सभी सेंटर पर बुकिंग फुल हो जाती है। लोग अपने क्षेत्र दूसरे क्षेत्र या ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन लगवाने आते हैं तो वहां विवाद होने लगता है। ग्रामीण इलाकों में तो दूसरे स्थानों से आने वाले लोगों को वैक्सीन ही नहीं लगवाने देते।
राज्य सरकार के पास इस आयु वर्ग के लिए पर्याप्त वैक्सीन का स्टॉक ही उपलब्ध नहीं है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो 18 से 44 एज ग्रुप वालों को हर रोज 50 से 60 हजार के बीच डोज लगाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने कंपनियों से अब तक इस एज ग्रुप के लिए कुल 14,94,750 डोज मंगाई है। रविवार तक 13,16,193 डोज लग चुके हैं। आज भी इस ग्रुप के लोगों के वैक्सीन लगाई जा रही है। ऐसे में अगर अब वैक्सीन नहीं आई तो बुधवार से प्रदेश में इस एज ग्रुप वालों का वैक्सीनेशन प्रोग्राम बंद हो सकता है।
राज्य सरकार ने इस एज ग्रुप के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन मंगवाने के लिए पिछले दिनों ग्लोबल टेंडर निकाला था। इस टेंडर को भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फाइनल नहीं कर पाए हैं। इस टेंडर में कितनी फर्मों ने भाग लिया, किस कंपनी की वैक्सीन मंगवाई जाएगी, किस दर पर मंगवाई जाएगी इस पर सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।