कोटिश्वर सिंह और महादेवन ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली; शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या पूरी हुई
By: Rajesh Bhagtani Thu, 18 July 2024 1:54:30
नई दिल्ली। चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के दो नए न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई। जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और आर. महादेवन ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है। पिछले हफ्ते सीजेआई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और मद्रास हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस आर. महादेवन को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी।
कॉलेजियम की सिफारिशों पर केंद्र ने मंगलवार को न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह और आर. महादेवन की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। शीर्ष अदालत के कॉलेजियम ने कहा था कि उसने सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति के लिए सिफारिश करते समय वरिष्ठता, योग्यता, निष्ठा, क्षेत्र, लिंग और समुदाय की विविधता और समाज के हाशिए पर पड़े और पिछड़े वर्गों को शामिल करने जैसी जरूरी बातों को ध्यान में रखा है। जस्टिस कोटिस्वर सिंह मणिपुर से हैं। अक्टूबर 2011 में वो गुवाहाटी हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में नियुक्त किए गए थे। पिछले साल फरवरी में उन्हें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
कॉलेजियम ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति से पूर्वोत्तर को प्रतिनिधित्व मिलेगा और विशेष रूप से वे मणिपुर से सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने वाले पहले न्यायाधीश होंगे। न्यायमूर्ति आर. महादेवन मद्रास हाई कोर्ट के सेवारत न्यायाधीशों के क्रम में तीसरे स्थान पर थे और वहां कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे थे।” कॉलेजियम ने कहा कि पिछड़े समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए न्यायमूर्ति महादेवन को प्राथमिकता दी गई है। कॉलेजियम ने कहा, “न्यायमूर्ति महादेवन तमिलनाडु राज्य के पिछड़े समुदाय से हैं। उनकी नियुक्ति से पीठ में विविधता आएगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की जजों की नियुक्ति
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक ट्वीट में कहा, "भारत के संविधान के जरिए मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए और भारत के माननीय चीफ जस्टिस से परामर्श के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर निम्नलिखित लोगों की नियुक्तियां की हैं।" उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन का नाम शामिल है। इसमें ये भी बताया है कि अभी वे किस हाईकोर्ट के जज हैं।
In exercise of the powers conferred by the Constitution of India, Hon’ble President, after consultation with Hon’ble Chief Justice of India, is pleased to appoint the following as
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) July 16, 2024
Supreme Court Judges:- pic.twitter.com/OWQ9iGIooG
कौन हैं जस्टिस कोटिश्वर सिंह?
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कोटिश्वर सिंह फरवरी 2023 से ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। वह मूल रूप से मणिपुर से आते हैं। जस्टिस कोटिश्वर का जन्म 1 मार्च, 1963 को इंफाल में हुआ। उनके पिता का नाम एन इबोटोमी सिंह है, जबकि माता का नाम एन गोमती देवी है। जस्टिस कोटिश्वर के पिता गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं। स्वर्गीय इबोटोमी सिंह मणिपुर के पहले एडवोकेट जनरल भी थे।
जस्टिस कोटिश्वर सिंह ने गुवाहाटी हाईकोर्ट में ट्रांसफर से पहले कुछ समय तक सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की। 2008 में उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का वरिष्ठ वकील नामित किया गया।
2011 में जस्टिस कोटिश्वर सिंह को गुवाहाटी हाईकोर्ट का एडिशनल जज बनाया गया और 2012 में वह स्थायी जज बन गए। वर्ष 2013 में मणिपुर हाईकोर्ट के निर्माण पर उन्हें इसका जज नियुक्त किया गया था। 2018 में उन्हें फिर से
गुवाहाटी हाईकोर्ट भेजा गया। इसके बाद वह 2023 में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने।
कौन हैं जस्टिस महादेवन?
जस्टिस महादेवन मई 2024 से मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस हैं। उन्होंने अपनी कानून की डिग्री मद्रास लॉ कॉलेज से हासिल की है। वह 1989 में एक वकील के तौर पर हाईकोर्ट में काम करने लगे। उनके पास 25 सालों का अनुभव है। उन्होंने तमिलनाडु सरकार के लिए अतिरिक्त सरकारी वकील (टैक्स) और मद्रास हाईकोर्ट में भारत सरकार के लिए 'एडिशनल सेंट्रल गवर्नमेंट' के स्थायी वकील और वरिष्ठ पैनल वकील के रूप में काम किया है। उन्हें 2013 में हाईकोर्ट में जज के तौर पर प्रमोट किया गया।