फिर कांग्रेस आलाकमान पर गौरव वल्लभ ने साधा निशाना, सिर्फ अडानी और अंबानी की करती है आलोचना
By: Rajesh Bhagtani Sun, 07 Apr 2024 2:27:24
नई दिल्ली। पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने एक बार फिर से कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा है। रविवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए गौरव वल्लभ ने कहा कि मैंने कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं से कहा कि हमें देश के वेल्थ क्रिएटर्स की आलोचना करना बंद करना होगा, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी।
गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस सुबह से लेकर शाम तक अडानी और अंबानी की आलोचना करती रहती है। मैंने भी कांग्रेस में रहते हुए अडानी को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, लेकिन सेबी ने जब अडानी को क्लीन चिट दे दी, तो मैंने उनके बारे में बयान देना बंद कर दिया। मैंने कांग्रेस नेताओं से भी ऐसा ही करने को कहा। मैंने उनसे कहा कि जब सेबी ने अडानी को क्लीन चिट दे दी है तो हमें अब उनकी आलोचना करना बंद कर देना चाहिए।
कांग्रेस सनातन और राम मंदिर की आलोचना करती रही। अडानी और अंबानी का विरोध करती रही। जब कांग्रेस ने मुझसे बजट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए कहा, तो मैंने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक कांग्रेस नेता राम मंदिर का दौरा नहीं करेंगे, मैं ऐसा नहीं करूंगा।''
#WATCH | BJP leader Gouarab Vallabh, says ...I told all the senior leaders of Congress that we need to stop criticising the wealth creators of the country...Adani and Ambani have been criticised day and night by Congress. I did a press conference against Adani but when SEBI gave… pic.twitter.com/NwBH5pdvmt
— ANI (@ANI) April 7, 2024
गौरव वल्लभ इस बातचीत में उद्योगपतियों का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि वेल्थ क्रिएटर्स कोई पाप नहीं करते हैं। वह अपनी मेहनत से बिजनेस खड़ा करते हैं तो इससे देश का भी भला होता है। लोगों को रोजगार मिलता है। एक कंपनी ने एयर इंडिया को खरीदा तो कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। देश में सैकड़ों स्टार्टअप आज यूनिकॉर्न बन चुके हैं। क्या इन्हें भी हम गाली देते रहें।
ज्ञातव्य है कि कांग्रेस के टिकट पर दो चुनाव लड़ चुके और पार्टी में प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने गुरुवार 4 अप्रैल, 2024 को कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली थी। अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी के अंदर सहज महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वह सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते हैं और कांग्रेस पार्टी में नए विचारों के लिए अब जगह नहीं है।