राजस्थान की राजधानी जयपुर में कोरोना घातक रूप ले चुका हैं और इसका विस्फोट आज शुक्रवार को देखने को मिला जहां 185 नए केस मिले हैं। 4 जून को जयपुर में 203 मरीज मिले थे। तब से लगातार कोरोना पॉजिटिव की संख्या में कमी आई थी। दिसंबर से नए कोरोना मरीजों की संख्या में फिर अप्रत्याशित रूप से इजाफा होने लगा है। 3 दिसंबर को सिर्फ 6 केस आए थे। तब से 26 दिनों में ही 31 गुना यानी 3083% पॉजिटिव बढ़ गए हैं।
लोगों की यह लापरवाही बहुत भारी पड़ने वाली हैं। बीते दिन CM गहलोत ने कोरोना की नई गाइडलाइन जारी की थी। इसे एक जनवरी से लागू करने का निर्णय लिया गया है। नए साल का जश्न मनाने की छूट दी गई। रात एक बजे तक लोग न्यू ईयर सेलिब्रेट कर सकेंगे। ऐसे में स्थिति और घातक हो सकती है।
जयपुर में भले ही कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हों, लेकिन राहत की खबर ये है कि ज्यादातर मामले बिना लक्षण वाले हैं। जयपुर में 65 फीसदी टारगेट ग्रुप का वैक्सीनेशन हो चुका है। जयपुर जिले में कुल 50 लाख 8281 लोगों को वैक्सीन लगनी है, जो 18 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं। इनमें से 49 लाख 20,813 लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी है। 32 लाख 93,478 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।