आईपीएल 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स का सफर एक करारी हार के साथ खत्म हो गया। अपने आखिरी लीग मुकाबले में एलएसजी को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी, जहां बेंगलुरु ने 228 रन के बड़े लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर नया रिकॉर्ड बना दिया। यह आरसीबी के इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज साबित हुआ। इस हार के बाद कप्तान ऋषभ पंत ने टीम के प्रदर्शन पर खुलकर बात की और बताया कि आखिर कहां चूक रह गई।
पंत बोले – टी20 मैच जीतने के लिए पूरे 40 ओवर अच्छा खेलना जरूरी
मैच के बाद ऋषभ पंत ने कहा, "हमने इस सीजन कई बार एकतरफा अच्छा खेल दिखाया, लेकिन क्रिकेट केवल आधे मैच का खेल नहीं है। टी20 मुकाबले में अगर आपको जीत दर्ज करनी है तो पूरे 40 ओवर तक मजबूत प्रदर्शन करना पड़ता है। दुर्भाग्य से, हम इस संतुलन को बनाए नहीं रख पाए और नतीजे हमारे खिलाफ गए।"
उन्होंने आगे बताया कि सीजन की शुरुआत से पहले ही टीम को कई चोटिल खिलाड़ियों की वजह से झटके लगे थे, और उसका असर पूरे टूर्नामेंट में महसूस हुआ।
कई मोर्चों पर मिली सीख, कुछ खिलाड़ियों ने किया प्रभावित
हालांकि निराशा के बीच पंत ने कुछ सकारात्मक संकेतों की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी यूनिट ने कई मौकों पर उम्दा प्रदर्शन किया। इसके अलावा युवा गेंदबाजों में भी कुछ नामों ने अपना प्रभाव छोड़ा। पंत ने खास तौर पर दिग्वेश राठी और आवेश खान की तारीफ करते हुए कहा, "दिग्वेश ने जबरदस्त इंटेंट दिखाया और आवेश ने दबाव के क्षणों में अहम ओवर फेंके। टीम में संभावनाएं हैं, लेकिन हमें लय को बनाए रखने की जरूरत है।"
महंगे सौदे के बावजूद पंत का प्रदर्शन रहा फीका
गौरतलब है कि लखनऊ ने पिछले मेगा ऑक्शन में पंत को 27 करोड़ रुपये में खरीदा था, जिससे वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए थे। हालांकि, इस सीजन में बतौर कप्तान और बल्लेबाज वह ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाए। शुरुआती 12 पारियों में वह केवल 151 रन बना सके, लेकिन अंतिम मैच में आरसीबी के खिलाफ 118 रनों की नाबाद शतकीय पारी ने उनकी प्रतिष्ठा कुछ हद तक वापस दिलाई।
पूरा सीजन मिलाकर पंत ने 14 मैचों की 13 पारियों में 24.52 की औसत से कुल 269 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 118 रहा। हालांकि उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई।