जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बीते कुछ दिनों से प्रतिदिन औसतन 7 से 8 नए मामले सामने आ रहे हैं। अब तक प्रदेश में कुल 32 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। हालात को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं।
खींवसर ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को खांसी, जुकाम या बुखार जैसे लक्षण महसूस हों, तो वह लापरवाही न बरते और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच एवं सलाह जरूर ले। उन्होंने कहा कि भले ही नया वेरिएंट ज्यादा घातक न हो, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। विशेष रूप से बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज और बच्चे विशेष सावधानी बरतें।
16 दिन का बच्चा भी संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, संक्रमितों में एक 16 दिन का नवजात भी शामिल है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 9 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें 2 केस एम्स जोधपुर, 2 सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, 4 बी.लाल लैब और 1 केस अनाविक डायग्नोस्टिक सेंटर जयपुर से रिपोर्ट हुआ है। अब तक जयपुर में 13, जोधपुर में 6, उदयपुर में 4, डीडवाना में 3, अजमेर में 2, बीकानेर, सवाई माधोपुर और फलोदी में 1-1 मरीज मिले हैं। वहीं दो लोगों की अब तक इस संक्रमण से मौत हो चुकी है।
ऑक्सीजन प्लांट्स की समीक्षा के आदेश
चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लांट्स की निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो प्लांट्स बंद पड़े हैं उन्हें तुरंत दुरुस्त किया जाए और सभी अस्पतालों में जांच, दवा और उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
एसएमएस अस्पताल तैयार, ICU भी होगा एक्टिव
प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अलग वार्ड तैयार कर लिया गया है और जरूरत पड़ने पर ICU भी चालू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को अन्य मरीजों से अलग रखा जाएगा ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
प्रदेश सरकार ने जनता से अपील की है कि घबराएं नहीं लेकिन सतर्क रहें और सावधानियों का पालन करें।