अपने काम और परिवार के बीच ऐसे रखें संतुलन, तनाव रहेगा कोसों दूर
By: Priyanka Thu, 01 Aug 2024 3:23:59
आज की भागती-दौड़ती और प्रतिस्पर्धा भरी दुनिया में, करियर, परिवार और खुद की देखभाल के बीच सही संतुलन बनाना अक्सर एक बड़ी चुनौती की तरह महसूस हो सकता है। जैसे-जैसे ज़िम्मेदारियाँ बढ़ती हैं और समय की कमी हो जाती है, बहुत से व्यक्ति अपने आप को लगातार भाग-दौड़ में फँसा हुआ पाते हैं, अपने पेशेवर दायित्वों को पूरा करने, अपने प्रियजनों की ज़रूरतों को पूरा करने और अपना ख्याल रखने के लिए संघर्ष करते हैं। हालाँकि,टाइम मैनेजमेंट से इस चुनौती का सामना करना आसान हो जाता है। व्यक्ति के जीवन में सबसे पहला स्थान परिवार का होता है, लेकिन परिवार को चलाने के लिए नौकरी का होना भी बहुत जरूरी है। जहां पारिवारिक जीवन की गाड़ी सदस्यों के त्याग, प्रेम और परस्पर आदर भाव पर चलती है, तो नौकरी में भी इन चीजों की आवश्यकता होती है। लेकिन समस्याएं वहां से शुरू होती हैं, जब परिवार और नौकरी के बीच सामंजस्य का अनुपात बिगड़ने लगता है या यूं कहें कि जब व्यक्ति नौकरी को अधिक महत्व देता है और परिवार से दूर होने लगता है। अगर आप भी अपने कैरियर और प्यार के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं, तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं।
एक साथ करें छोटी-छोटी चीजें
ऐसा जरूरी नहीं है कि आप अपने साथी के साथ समय बिताने के लिए लंच प्लान करें या फिल्म देखने ही जाएं। छोटी चीजें भी आपको खुशी दे सकती हैं। जब आपके पास ऑफिस के ढ़ेर सारे काम होंगे तो आप कुछ विशेष योजना बना पाएं, ये थोड़ा मुश्किल है। इसलिए जरूरी है कि जब भी आप साथ में हैं तो हर मिनट को महसूस करें। एक साथ भोजन करें, घर की सफाई करते वक्त या खाना बनाते वक्त आप एक-दूसरे को समय दें। ये छोटी छोटी चीजें आपको बेफिजूल लग सकती हैं, लेकिन जब आपके पास समय कम हो तो यह अपने साथी से जुड़ने का यह अच्छा तरीका है।
चाय और कॉफी के लिए भी वक्त निकालें
काम करने के बीच में चाय और कॉफी के लिए भी वक्त निकालते रहें। मुमकिन हो तो अपने घर में या बच्चों से कुछ देर फोन पर बात कर लें। अपने ऑफिस के सहकर्मियों के साथ हमेशा दोस्ताना व्यवहार रखें। इससे आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहेगा। शाम को घर पर खाने की टेबल से मोबाइल फोन और टेलीविजन को दूर रखें। इस समय पूरी तरह से अपने परिवार के साथ मिल-जुल कर भोजन का आनंद लें।
बिना शर्त के सपोर्ट करें
अपने ऑफिस में पूरे दिन काम करने के बाद अपनी पत्नी के करियर में रुचि दिखाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि आप अपने साथी के करियर से संबंधित बातचीत करें। इस बातचीत के जरिए आप उन्हें बता पाएंगे कि आप उनके काम और करियर को सपोर्ट करते हैं। उन्हें बताएं कि आप उनके लिए हमेशा मौजूद हैं और बिना शर्त उनके काम को अपना समर्थन देते हैं। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके साथी के मन में असंतोष की स्थिति पैदा हो सकती है। जिससे आपके रिश्ते और करियर के बीच संतुलन बनाना मुश्किल हो जाएगा।
ज्यादा उम्मीदें न करें
जब आप दोनों वर्किंग हैं तो आप समझ सकते हैं कि ऑफिस के बाद आपको कितना टाइम मिलता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने साथी से अधिक उम्मीदें न करें जैसे कि ऐसी उम्मीद न करें कि आपका पार्टनर आपके बर्थडे या एनिवर्सरी पर सरप्राइज पार्टी प्लान करेगा। समय के अभाव में यदि वो उम्मीद पूरी नहीं हुई तो आपको बुरा लगेगा और आपका दिल टूट जाएगा।
जिम्मेदारियां बांट लें
काम के साथ अपने रिश्तों की जिम्मेदारियों को समझें। खासकर तब जब आप शादीशुदा हैं और आपके बच्चे हैं। ऑफिस जाने के साथ खाना बनाना , बच्चों को स्कूल ले जाना, घर के काम आदि जिम्मेदारियां दोनों मिलकर निभाएं । अधिक कुशलता के साथ मिलकर काम करें। जैसे पत्नी अगर किचन में व्यस्त है तो बच्चे को तैयार करके स्कूल भेजने का काम पति कर सकते हैं।
ऑफिस का तनाव घर पर कभी न लाएं
ऑफिस का तनाव घर पर कभी न लाएं, बल्कि घर पर तनावमुक्त रहें और अपने आपको भी समय दें। प्लान बनाएं। महत्वपूर्ण तिथियों और आयोजन के नोट बनाएं। इससे समय बचेगा और काम याद रहेंगे। सारी टेंशन छोड़कर, यदि आप कुछ इस तरह से अपनी जिंदगी की गाड़ी आगे बढ़ाएंगे, तो आप परिवार और नौकरी, दोनों ही जगह हिट रहेंगे।
कोई भी फैसला लेने से पहले साथी को बताएं
अगर आप कोई भी फैसला लेते हैं, तो इसके लिए दो स्टेप जरूरी हैं। पहला आप इसके बारे में सोचें और फिर अपने साथी से बात करें। अब आप जीवन में स्वतंत्र रूप फैसले नहीं ले सकते हैं चाहे फिर आप कितने भी बुद्धिमान क्यों ना हों। आपका हर एक व्यक्तिगत फैसला आपके साथी पर भी असर डालेगा। आपको जानने की जरुरत है कि आपके कोई भी फैसले के बारे में आपका पार्टनर क्या सोचता है। जैसे आप जॉब छोड़ने या बदलने की सोच रहे हैं तो इसके बारे में अपने साथी से बात कर लें। हो सकता ऐसे में आपको शहर बदलना पड़े या नई जगह जाना पड़े, तो इसका प्रभाव आपके साथी पर भी होगा।
खुद को फ्लेक्सिबल बनाएं
ऑफिस में पूरी तरह थक जाने के बाद अपने साथी के साथ प्यार से बात करना और उन्हें अच्छा महसूस कराने के बारे में सोचना मुश्किल होता है। लेकिन ऑफिस से आने के बाद अपने साथी के साथ आराम करना आपके रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू हो सकता है। ऑफिस और वर्कप्लेस पर तनाव हो सकता है और आप अपने काम को लेकर परेशान हो सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अपने साथी को वही प्यार और भाव देना ही रिश्ते को मजबूत बनाता है। बेहतर है कि आप अपने वर्क स्ट्रेस को ऑफिस में ही छोड़कर आएं। खुद को फ्लेक्सिबल बनाएं। ताकि आप अपने रिश्ते और काम दोनों को संभाल पाएं। आप एक समय में एक व्यक्ति ही बन सकते हैं। जब आप प्रेमी हैं तो खुद को ऑफिस वर्कर ना बनने दें।
घर के बड़ों को भी समय दें
यदि आप संयुक्त परिवार का हिस्सा हैं तो अपनी व्यस्त जीवनशैली में से कुछ समय अपने घर के बड़ों के लिए ज़रूर निकालें। घर के बड़े आपके बच्चों को बहुत सी अच्छी बातें सिखाते हैं और आपको भी सही निर्देशन देते हैं इसलिए बड़ों से बातें करें। बड़ों का आशीर्वाद और प्रेरणा ही हमें सफलता की बुलंदियों तक पहुंचता है।