वैलेंटाइन डे 14 फरवरी को मनाया जाता है, जो प्रेम और दोस्ती के प्रतीक के रूप में दुनियाभर में खास स्थान रखता है। इस दिन को कपल्स बेहद प्यार और उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते हैं। 7 फरवरी से शुरू होने वाला वैलेंटाइन वीक 14 फरवरी तक चलता है, जिसमें हर प्रेमी जोड़ा अपने प्रेमी से अपने प्यार का इज़हार करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के कुछ ऐसे देश भी हैं, जहां वैलेंटाइन डे मनाना पर प्रतिबंध है? इन देशों में वैलेंटाइन डे को मनाना सामाजिक या धार्मिक कारणों से निषिद्ध है। यहां तक कि कुछ देशों में यदि इस नियम का उल्लंघन किया जाता है तो उल्लंघन करने वालों को कड़ी सजा भी मिल सकती है। ऐसा होने के पीछे इन देशों के कड़े सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताएं हैं। चलिए, हम आपको बताते हैं कि वे कौन से देश हैं जहां वैलेंटाइन डे मनाने पर प्रतिबंध है, और क्यों इन देशों में इस दिन को मनाने को लेकर हिचकिचाहट है।
सऊदी अरब
सऊदी अरब एक इस्लामिक राष्ट्र है, जहां शरिया कानून का सख्ती से पालन किया जाता है। यहां वैलेंटाइन डे मनाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि सरकार इसे पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा देने वाला त्योहार मानती है, जो इस्लामी परंपराओं और मूल्यों से मेल नहीं खाता।
यहां वैलेंटाइन डे के दौरान न सिर्फ प्रेम का सार्वजनिक रूप से इज़हार करना वर्जित है, बल्कि गुलाब के फूल, गिफ्ट्स, ग्रीटिंग कार्ड्स और चॉकलेट्स खरीदना या बेचना भी गैर-कानूनी माना जाता है। यहां तक कि कुछ वर्षों पहले तक फरवरी के महीने में लाल रंग के कपड़े और वैलेंटाइन से जुड़े किसी भी तरह के सामान की बिक्री पर भी रोक लगा दी जाती थी।
हालांकि, हाल के वर्षों में कुछ प्रतिबंधों में ढील दी गई है, और निजी तौर पर लोग इसे मनाने लगे हैं। लेकिन फिर भी सार्वजनिक रूप से वैलेंटाइन डे का जश्न मनाने पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है, और नियमों का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना या सजा भी हो सकती है।
ईरान
ईरान में वैलेंटाइन डे को पश्चिमी संस्कृति का प्रतीक माना जाता है, और इसे इस्लामिक मूल्यों के खिलाफ बताया जाता है। यहां की सरकार का मानना है कि यह त्योहार युवा पीढ़ी को गुमराह कर सकता है और इस्लामी परंपराओं से दूर कर सकता है। इसी कारण, ईरान में वैलेंटाइन डे मनाने पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं।
हर साल सरकारी अधिकारी इस दिन को लेकर विशेष अभियान चलाते हैं और वैलेंटाइन डे से जुड़ी चीजों जैसे गिफ्ट्स, कार्ड्स, लाल गुलाब और चॉकलेट्स को जब्त कर लेते हैं। यहां तक कि कुछ दुकानों पर इन चीजों की बिक्री पर पहले से ही रोक लगा दी जाती है। कई बार प्रशासन ऐसे कैफे और होटलों पर भी छापेमारी करता है, जहां इस दिन कोई खास आयोजन किया जा रहा हो।
इसके अलावा, ईरानी मीडिया में भी वैलेंटाइन डे के प्रचार-प्रसार पर सख्त निगरानी रखी जाती है। टीवी, रेडियो और अखबारों में इस दिन से जुड़े विज्ञापनों या कार्यक्रमों को दिखाने की इजाजत नहीं होती। इसके बावजूद, कुछ युवा गुप्त रूप से इसे मनाते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रियजनों को बधाई देते हैं।
पाकिस्तान
पाकिस्तान में वैलेंटाइन डे को लेकर लंबे समय से विवाद बना हुआ है। 2018 में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने एक आदेश जारी कर सार्वजनिक रूप से इस दिन को मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। अदालत का मानना था कि वैलेंटाइन डे पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा देता है और यह देश की इस्लामिक परंपराओं से मेल नहीं खाता। इस फैसले के बाद मीडिया और सार्वजनिक स्थानों पर इस दिन का प्रचार करने पर भी रोक लगा दी गई थी।
पाकिस्तान में धार्मिक समूह और कट्टरपंथी संगठन अक्सर वैलेंटाइन डे के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं। उनका तर्क है कि यह दिन युवा पीढ़ी को इस्लामी मूल्यों से दूर करता है और समाज में अनैतिकता फैलाता है। इसी कारण कई बार प्रशासन को सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने पड़ते हैं।
हालांकि, शहरी इलाकों में कुछ लोग अब भी इसे निजी तौर पर मनाते हैं। कई रेस्टोरेंट और कैफे गुप्त रूप से कपल्स के लिए खास व्यवस्थाएं करते हैं, जबकि सोशल मीडिया पर भी लोग अपने तरीके से प्यार का इज़हार करते हैं। इसके बावजूद, सरकारी निगरानी के चलते सार्वजनिक आयोजनों और दुकानों में वैलेंटाइन से जुड़े गिफ्ट्स, कार्ड्स और फूलों की बिक्री पर कड़ा नियंत्रण रखा जाता है।
उज्बेकिस्तान
उज़्बेकिस्तान में वैलेंटाइन डे आधिकारिक रूप से नहीं मनाया जाता है। हालांकि, 2012 से पहले यहां इस दिन को मनाने पर कोई रोक नहीं थी, लेकिन बाद में सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकार का तर्क था कि वैलेंटाइन डे विदेशी संस्कृति को बढ़ावा देता है, जो राष्ट्रीय मूल्यों और परंपराओं के खिलाफ है।
दिलचस्प बात यह है कि 14 फरवरी को उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रीय नायक और मुग़ल सम्राट बाबर का जन्मदिन भी होता है। सरकार ने इस दिन को बाबर की विरासत और ऐतिहासिक योगदान को सम्मान देने के लिए समर्पित कर दिया। इस वजह से अब 14 फरवरी को लोग वैलेंटाइन डे के बजाय बाबर का जन्मदिन मनाते हैं। इस दिन स्कूलों, विश्वविद्यालयों और सार्वजनिक संस्थानों में बाबर से जुड़ी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हालांकि, कुछ युवा अब भी निजी तौर पर वैलेंटाइन डे मनाते हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से इसे मनाने पर प्रशासन सख्ती बरतता है। इस दिन फूलों, कार्ड्स और उपहारों की बिक्री पर भी नजर रखी जाती है, जिससे पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव को कम किया जा सके।