हमारा शरीर बीमारियों के शुरुआती चरण में ही कुछ खास संकेत देने लगता है, जिन्हें समझना और समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है। पेशाब के दौरान जलन या हल्का दर्द महसूस होना आम समस्या लग सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। यह कई बार डिहाइड्रेशन या मामूली संक्रमण के कारण हो सकता है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है या बार-बार होती है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि पेशाब में जलन किन कारणों से हो सकती है और किन बीमारियों का यह लक्षण हो सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) – सबसे आम कारण
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) एक आम समस्या है, खासकर महिलाओं में। यह संक्रमण तब होता है जब बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं और जलन, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में दुर्गंध और पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द जैसी समस्याएं पैदा करते हैं। अगर इसे समय रहते नहीं रोका गया, तो संक्रमण किडनी तक भी फैल सकता है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
क्या करें? इस स्थिति में खूब पानी पिएं ताकि बैक्टीरिया फ्लश हो जाएं। क्रैनबेरी जूस, विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें और डॉक्टर की सलाह लेकर एंटीबायोटिक्स लें।
किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) – पेशाब में जलन और दर्द का संकेत
अगर पेशाब में जलन के साथ तेज दर्द भी हो रहा है, तो यह किडनी स्टोन यानी गुर्दे की पथरी का संकेत हो सकता है। जब शरीर में मौजूद खनिज पदार्थ इकट्ठा होकर छोटे-छोटे पत्थरों का रूप ले लेते हैं, तो वे मूत्र मार्ग में अवरोध उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे जलन और दर्द महसूस होता है। पथरी के कुछ अन्य लक्षणों में पेशाब में खून आना, कमर के निचले हिस्से में असहनीय दर्द और मतली शामिल हैं।
क्या करें? ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं ताकि पथरी छोटी होकर पेशाब के जरिए बाहर निकल सके। डॉक्टर से परामर्श लें और जरूरत पड़ने पर अल्ट्रासाउंड या अन्य जांच करवाएं।
एसटीआई (यौन संचारित संक्रमण) – असुरक्षित यौन संबंधों का दुष्प्रभाव
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STI) जैसे क्लैमाइडिया, गोनोरिया या हर्पीस भी पेशाब में जलन का कारण बन सकते हैं। ये संक्रमण असुरक्षित यौन संबंधों के कारण फैलते हैं और इनके अन्य लक्षणों में जननांगों में खुजली, असामान्य डिस्चार्ज और दर्द शामिल हो सकते हैं।
क्या करें? किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सुरक्षित यौन संबंध बनाएं और नियमित जांच करवाएं। संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाइयों का सेवन करें।
डायबिटीज और डिहाइड्रेशन – शरीर में पानी की कमी या शुगर लेवल का असंतुलन
अगर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो पेशाब गाढ़ा हो जाता है, जिससे जलन हो सकती है। वहीं, डायबिटीज के मरीजों में हाई ब्लड शुगर का स्तर यूरिनरी सिस्टम को प्रभावित कर सकता है, जिससे पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना और पेशाब में बदबू की समस्या हो सकती है।
क्या करें? खूब पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें। अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखें। हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
अन्य संभावित कारण – छोटी-छोटी गलतियां भी बन सकती हैं परेशानी
पेशाब में जलन केवल गंभीर बीमारियों के कारण ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य कारणों से भी हो सकती है। अधिक मसालेदार भोजन या शराब का सेवन, हार्मोनल बदलाव (विशेष रूप से महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान), यूरिन में एसिडिक पदार्थों की अधिकता या कुछ खास दवाओं के साइड इफेक्ट भी इस समस्या को जन्म दे सकते हैं।
कब डॉक्टर के पास जाएं?
अगर पेशाब में जलन के साथ इन लक्षणों में से कोई भी दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- बार-बार पेशाब आना लेकिन मात्रा कम होना
- पेशाब में खून आना
- तेज पेट दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- बुखार और ठंड लगना
- पेशाब में दुर्गंध