सेना को मिली एंटी टैंक 'ध्रुवास्त्र' मिसाइल, पूरी तरह स्वदेशी, देखे वीडियो
By: Pinki Wed, 22 July 2020 11:26:05
चीन के साथ बॉर्डर पर लगातार तनाव की स्थिति है। ऐसे में सेना पूरी तरह सतर्क है, दूसरी ओर मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए DRDO स्वदेशी मिसाइलें बना रहा है। ऐसे में सेना की ताकत को ओर बढ़ाने के लिए एंटी टैंक 'ध्रुवास्त्र' मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है, ये मिसाइल मेड इन इंडिया है और दुश्मन को पूरी तरह से ध्वस्त करने का माद्दा रखती है।
ओडिशा के बालासोर में 15-16 जुलाई को इसका सफल टेस्ट हुआ, अब इसे सेना को सौंप दिया जाएगा। इसका इस्तेमाल भारतीय सेना के ध्रुव हेलिकॉप्टर के साथ किया जाएगा यानी अटैक हेलिकॉप्टर ध्रुव पर इसे तैनात किया जाएगा, ताकि वक्त आने पर दुश्मन को सबक सिखाया जा सके। ये मिसाइल स्वदेशी है और इसकी क्षमता 4 किमी तक है, ये किसी भी टैंक को खत्म कर सकती है। ध्रुव हेलिकॉप्टर भी पूरी तरह से स्वदेशी हेलिकॉप्टर है। ऐसे में DRDO और सेना के लिए इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है क्योंकि अब किसी दूसरे देश पर ऐसी मिसाइलों के लिए निर्भरता नहीं रहेगी। हालांकि, अभी जो टेस्ट किया गया है वो बिना हेलिकॉप्टर के किया गया है। पहले इस मिसाइल का नाम नाग था, जिसे अब बदलकर ध्रुवास्त्र किया गया है।
#WATCH Trials of Helicopter-launched Nag Missile (HELINA), now named Dhruvastra anti-tank guided missile in direct and top attack mode. The flight trials were conducted on 15&16 July at ITR Balasore (Odisha). This is done without helicopter. pic.twitter.com/Jvj6geAGLY
— ANI (@ANI) July 22, 2020
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, ध्रुवास्त्र एक तीसरी पीढ़ी की 'दागो और भूल जाओ' टैंक रोधी मिसाइल (ATGM) प्रणाली है, जिसे आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर पर स्थापित किया गया है। यह प्रणाली, सभी मौसम में दिन और रात के समय सक्षम है तथा पारंपरिक कवच के साथ ही साथ विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को नष्ट कर सकती है।
इससे पहले जैसलमेर में एंटी टैंक मिसाइल 'नाग' के एडवांस वर्जन का ट्रायल किया गया था। रात और सुबह किए गए मिसाइल के सभी परीक्षण एकदम सटीक रहे। DRDO की ओर से विकसित और भारत डॉयनामिक्स लिमिटेड की तरफ से निर्मित नाग मिसाइल सेना की ओर से तय मापदंडों पर एकदम खरी उतरी है।
ये है नाग मिसाइल की खूबियां
- 500 मीटर से 5 किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली यह मिसाइल एक बार में आठ किलोग्राम वारहेड लेकर जाती है।
- 42 किलोग्राम वजन वाली नाग मिसाइल 1.90 मीटर लम्बी है।
- यह 230 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से अपने लक्ष्य पर प्रहार करती है।
- नाग मिसाइल दागने वाले कैरियर को नेमिका कहा जाता है।
- ऊंचाई पर जाकर यह टैंक के ऊपर से हमला करती है।
- यह मिसाइल फायर एंड फॉरगेट सिस्टम पर काम करती है।
- नाग मिसाइल किसी भी टैंक को ध्वस्त करने में सक्षम मानी जाती है।
- नाग मिसाइल की खासियत यह है कि यह उड़ान भरने के बाद अपने ऑपरेटर के पास पूरे क्षेत्र के फोटो भी भेजती रहती है।
- इससे ऑपरेटर को क्षेत्र में मौजूद दुश्मन के टैंकों की सटीक संख्या पता चल जाती है।
- इसके आधार पर वह अन्य मिसाइल दाग उन्हें नष्ट कर सकता है।
- सतह से सतह पर मार करने वाली नाग मिसाइल का हवा से जमीन पर मार करने वाला हेलिना वर्जन भी है।
- उसे हेलीकॉप्टर से दागा जाता है।
- हेलिना की रेंज 10 किलोमीटर है।
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