उठाना चाहते है सेक्स का भरपूर आनंद, जानें किस समय बिताए ये हसीन लम्हे
By: Ankur Sun, 20 Jan 2019 6:23:11
सेक्स किसी भी रिलेशनशिप को बेहतर बनाने और नजदीकियाँ बढाने का काम करता हैं, लेकिन यह तभी मुमकिन होता है जब सेक्स में आनंद और ओर्गेज्म की प्राप्ति हो। इस आनंद की प्राप्ति के लिए सेक्स को सही समय पर किया जाना बहुत जरूरी होता हैं। इसलिए आज हम आपको आयुर्वेद में बताई गई सेक्स से जुड़ी जानकारी और इसके सही वक़्त के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इस बारे में।
आयुर्वेद में माना जाता है कि सुबह 6 बजे से 8 बजे के दौरान पुरुष सबसे ज्यादा उत्तेजित होते हैं, हालांकि इस दौरान महिलाएं नींद में होती हैं और उनके शरीर का तापमान कम होता है। इसलिए इस वक्त सेक्स पुरुषों के लिए तो बढ़िया रहता है लेकिन महिलाओं इस वक्त सेक्स ज्यादा एंजॉय नहीं करतीं। माना जाता है कि इस वक्त महिलाएं उत्तेजित होती हैं लेकिन पुरुषों का टेस्टोस्टेरॉन लेवल सामान्य होता है लिहाजा वे सेक्स के बजाए बढ़िया ब्रेकफस्ट की तलाश में हो सकते हैं।
आयुर्वेद की मानें तो दोपहर 2 बजे से 4 बजे के दौरान महिलाओं का रिप्रोडक्टिव सिस्टम काफी सक्रिय होता है तो अगर कंसीव करना चाहते हैं तो यह वक्त सही है।
आयुर्वेद के हिसाब से कहीं-कहीं यह भी लिखा पाया गया है कि सेक्स से शरीर में वात दोष बढ़ता है इसलिए सूरज निकलने के बाद से सुबह 10 बजे तक का समय सेक्स के लिए बेस्ट होता है। हालांकि भाग-दौड़ वाली लाइफस्टाइल को देखते हुए यह संभव नहीं तो हल्के डिनर के बाद रात 8 बजे से 10 बजे तक का समय सेक्स के लिए अच्छा माना जाता है।
आयुर्वेद के मुताबिक खाली पेट या भारी खाने के बाद सेक्स करने से वात का बैलेंस बिगड़ सकता है, इससे डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं, सिरदर्द और गैस्ट्रिक हो सकता है। सेक्स से पहले हल्का खाना खाएं। ये भी कहा गया है कि सर्दी और बसंत ऋतु की शुरुआत सही मौसम माने जाते हैं। गर्मी और पतझड़ के समय वात बढ़ जाता है इसलिए हमें सेक्स और ऑर्गैज्म की फ्रीक्वेंसी कम कर देनी चाहिए।