यह प्रोटेस्ट किस चीज का था, इस ही दिन को क्यों चुना गया? यही दिन जब हमारी संसद पर हमला हुआ था: हनुमान बेनीवाल

By: Rajesh Bhagtani Wed, 13 Dec 2023 3:47:20

यह प्रोटेस्ट किस चीज का था, इस ही दिन को क्यों चुना गया? यही दिन जब हमारी संसद पर हमला हुआ था: हनुमान बेनीवाल

नई दिल्ली। लोकसभा के भीतर हुई सुरक्षा चूक के मुद्दे पर सबकी नजर है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि जांच के बाद सांसदों को हर जानकारी दी जाएगी। हालांकि फिलहाल उस वक्त संसद में मौजूद रहे सांसदों के बयान सामने आ रहे हैं। राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल भी सदन में मौजूद थे। वह बताते हैं कि जब एक शख्स उछल-कूद करता हुआ उनके करीब आया तो उसे दबोच लिया गया। वह प्रोटेस्ट करने की बात कह रहा था। विपक्षी नेता इसे बड़ी सुरक्षा चूक बता रहे हैं। आज ही पुरानी संसद पर हमले की बरसी भी है। ऐसे में यह मामला काफी बड़ा माना जा रहा है।

साहब हम प्रोटेस्ट कर रहे हैं…


नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया, सुरक्षा गार्ड्स को पहुंचने में वक्त लग रहा था, हम सांसदों ने मिलकर उन लड़कों को पकड़ा, उनमें से एक कह रहा था कि साहब हम प्रोटेस्ट कर रहे हैं, आखिर यह प्रोटेस्ट किस चीज का था। आखिर इस ही दिन को क्यों चुना गया? यही दिन जब हमारी संसद पर हमला हुआ था।”

आखिर कोई चाकू से हमला कर देता तो…

हनुमान बेनीवाल ने सुरक्षा में चूक का मामला उठाते हुए कहा कि जिस तरह वह अंदर आए वह कुछ भी कर सकते थे। बेनीवाल ने कहा, अगर वह किसी भी सांसद के ऊपर चाकू से हमला कर देते तो? यह माहौल देखकर बहुत से सांसदों की तबीयत खराब हो गई थी, उनका मकसद अध्यक्ष की तरफ जाना था, वह चेयर की ओर बढ़ रहे थे, सदन में हड़कंप की स्थिति थी। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हमारे सांसद कमजोर नहीं है हमने उन्हें अच्छे से ठीक कर दिया था।

अब इस मामले के सामने आने के बाद विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है कि आखिर सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हो सकती है? राज्यसभा में भी लोकसभा में हुए इस मामले को लेकर आवाज उठाई गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है और इसकी सख्ती से जांच होनी चाहिए।

सामने आई जानकारी

संसद की दर्शक दीर्घा पर कूदने वाले दोनों युवकों की जानकारी सामने आ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक युवक का नाम सागर शर्मा है जबकि दूसरे आरोपी का नाम मनोरंजन है। मनोरंजन कंप्यूटर का छात्र है। वह मैसूर का निवासी है।

इन दोनों को गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस इन्हें पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन लेकर गई है। सुरक्षा में चूक की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के कमिश्नर सजय अरोड़ा संसद भवन पहुंच गए हैं।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने संसद भवन के बाहर से दो प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। इनमें एक नीलम नाम की महिला है, जिसकी उम्र 42 साल है। दूसरे प्रदर्शनकारी की पहचान 25 वर्षीय अनमोल शिंदे के रूप में हुई है। इन दोनों को ट्रांसपोर्ट भवन के बाहर से गिरफ्तार किया गया।

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