स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइंस, बताया कितनी सुरक्षित है गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना वैक्सीन

By: Pinki Tue, 29 June 2021 10:07:59

स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइंस, बताया कितनी सुरक्षित है गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कोविड रोधी टीका (Anti Covid Vaccine) लगाने को लाकर नई गाइडलाइंस जारी की है। गाइडलाइंस में गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को लेकर बात कही गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन गर्भवतियों के लिए भी सुरक्षित है और उन्हें भी दूसरे लोगों की तरह संक्रमण से बचाती है। मंत्रालय ने कहा है कि किसी दवा की तरह एक टीके के भी कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो आमतौर पर हल्के होते हैं। जैसे वैक्सीनेशन के बाद हल्का बुखार, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द या 1-3 दिनों तक खुद को अस्वस्थ महसूस करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि बहुत ही कम (100,000-500,000 में से एक) गर्भवती महिलाओं में टीका लगाने के 20 दिनों के भीतर कुछ लक्षण पाए जा सकते हैं जिस पर तुंरत ध्यान देने की जरूरत है।

गाइडलाइंस के मुताबिक, वैक्सीनेशन के लिए उन्हें कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वे वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन भी करवा सकती हैं। यह सलाह दी जाती है कि सभी गर्भवती महिलाओं वैक्सीन लगवाएं। टीका लगवाने के बाद सभी जरूरी सावधानियां रखें। अब तक ज्यादातर महिलाओं में हल्का संक्रमण ही दिखाई दिया या उनमें लक्षण नहीं दिखे, लेकिन इससे उनकी सेहत पर असर पड़ सकता है।

अब तक गंभीर मामले सामने नहीं आए

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की चपेट में आईं 90% से ज्यादा महिलाएं बिना हॉस्पिटल में एडमिट कराए ठीक हो जाती हैं। जबकि कुछ की सेहत में गिरावट हो सकती है।

सिम्प्टमैटिक गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा रहता है। अगर उनकी उम्र 35 साल से ज्यादा है और हाई ब्लड प्रेशर या मोटापे की दिक्कत है तो सीवियर इलनेस का बहुत ज्यादा खतरा रहता है।

बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में आशंकाओं के बारे में मंत्रालय ने गाइडलाइन में कहा है कि कोरोना पॉजिटिव महिला से जन्म लेने वाले 95% से ज्यादा नवजात सेहतमंद रहते हैं। कुछ मामलों में कोरोना का संक्रमण प्री मैच्योर डिलीवरी, बच्चों का वजन 2।5 किलो से कम होना या बहुत कम केस में बच्चे की मौत की वजह बन सकता है।

Mohfw ने कहा कि - 35 वर्ष से अधिक उम्र, मोटापे से ग्रस्त, शुगर या बीपी से पीड़ित महिलाओं में पोस्ट कोविड दिक्कतें बढ़ सकती हैं। कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड संक्रमित हो गई हो तो उसे प्रसव के तुरंत बाद वैक्सीनेट किया जाना चाहिए।

अभी राज्यों में नियम अलग

आपको बता दे, देश में गभवर्ती महिलाओं को टीका लगाने के लिए कई राज्यों में अलग नियम हैं। महाराष्ट्र में गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जा रहा है। बस उन्हें डॉक्टर की सहमति का सर्टिफिकेट लाना होता है।

वहीं, मध्य प्रदेश में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण नहीं किया जा रहा हैं। इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ गायनाकलोजी ने पहले ही गर्भवती महिलाओं को टीके लगाने की स्वीकृति दे दी थी। उसके मुताबिक, इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

किन महिलाओं को ज्यादा खतरा

- अगर वे हेल्थ केयर या फ्रंट लाइन वर्कर हैं।
- ऐसे इलाकों में रहती हैं जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
- जो अक्सर घर के बाहर के लोगों के संपर्क में आती हैं।
- घर में ज्यादा सदस्य होने की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रख पा रही हों।

ये भी पढ़े :

# घर के माहौल को खुशनुमा बनाने का काम करते हैं ये पौधे, सौभाग्य का होगा आगमन

# सीरो सर्वे में खुलासा! बच्चों में फैल रहा कोरोना, मुंबई के 51% बच्चों में पाई गई एंटीबॉडी

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com