UAE ने कही भारत में 50 अरब डॉलर का निवेश करने की बात, चीन को लगा झटका
By: Rajesh Bhagtani Sun, 05 Nov 2023 11:21:34
नई दिल्ली। भारत विदेशी निवेश के मामले में अपने पड़ोसी देश चीन को बड़ा झटका देने में सफलता प्राप्त कर ली है। भारत अपने यहाँ निवेश करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात को आकर्षित करने में सफल हो गया है। संयुक्त अरब अमीरात ने भारत में 50 अरब डॉलर का निवेश करने की बात कही है। UAE अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारत में 50 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान कर सकता है और UAE के इस फैसले से चीन का गुस्सा बढ़ना तय माना जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि यह सब कुछ भारत के जी-20 सम्मेलन को भव्य स्तर पर आयोजित करने का नतीजा है।
गौरतलब है कि कल ही समाचार आए थे कि सऊदी अरब भी भारत में निवेश करने का इच्छुक है। सऊदी अरब ने भारत की लोकप्रिय लीग IPL में करोड़ों नहीं अपितु अरबों डॉलर की हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा भारत सरकार के सामने रखी है।आईपीएल दुनिया की सबसे अमीर लीगों में से एक है। साल 2008 में अपने उद्घाटन संस्करण के बाद से यह शीर्ष खिलाड़ियों और कोचों को भारत में आकर्षित कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सलाहकारों ने आईपीएल को 30 अरब डॉलर (करीब दो लाख 50 हजार करोड़ रुपए) की वैल्यू वाली होल्डिंग कंपनी में तब्दील करने के बारे में भारत सरकार के अधिकारियों से बात की है। हालांकि, अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
UAE ने तेजी से बढ़ रही भारत की इकॉनमी पर भरोसा करते हुए 50 बिलियन डॉलर
यानी 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश की बात कही है। चीन जो अपनी
इकॉनोमी को मजबूत करने के लिए विदेशी निवेश को तरस रहा है, वह भारत को मिल
रहे इस निवेश से परेशान हो सकता है। दरअसल, कोविड के बाद से चीन की हालात
खराब है। चीन अपनी गिरती इकॉनमी को संभालने में जुटा हुआ है। रियल एस्टेट
से मिले झटके ने चीन की इकॉनमी की नींव को हिला कर रखा दिया है। चीन की
कंपनियां दिवालिया हो रही है तो वहीं विदेशी कंपनियां साथ छोड़ रही हैं।
इकॉनोमी में जान फूंकने के लिए चीन विदेशी निवेश की ताक में है, लेकिन UAE
के इस ऐलान से बड़ा झटका लगा है।
यह निवेश इस बात के संकेत हैं
कि दुनियाभर के देश भारत की तेज रफ्तार से भाग रही इकॉनोमी को देख उसका साथ
दे रहे हैं। भारत और UAE के बीच रिश्ते और मजबूत हो रहे हैं। UAE से आने
वाले इस निवेश से भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और इंफ्रा को काफी मजबूती
मिलेगी। भारत की इकॉनोमी और मजबूत होगी।
ज्ञातव्य है कि मौजूदा
समय में UAE और भारत के बीच नॉन ऑयल बाइलेटरल ट्रेड 100 अरब डॉलर का हो
चुका है। UAE की कुल आबादी में से भारत के लोगों की संख्या करीब 30 फीसदी
है। दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्ते का नतीजा है कि UAE भारत में अपना
निवेश और बढ़ा रहा है।