भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन Sputnik V की पहली डोज लगा दी गई है। डॉ रेड्डी लैब में कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा ने हैदराबाद में वैक्सीन की पहली डोज ली है। उन्हें 21 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी। ड्रग फर्म डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज (Dr Reddy's Lab) ने शुक्रवार को कहा कि एक सीमित पायलट के हिस्से के रूप में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी की सॉफ्ट लॉन्चिंग शुरू हो गई है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में लगाई गई है।
बता दे, स्पुतनिक वी वैक्सीन के आयातित खुराकों की पहली खेप 1 मई को भारत में उतरी थी और 13 मई, 2021 को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला, कसौली से इसे विनियामक मंजूरी मिली। कंपनी की ओर से कहा गया है कि आगामी महीनों में आयातित वैक्सीन डोज की अतिरिक्त खेप आने की उम्मीद है।
First doses of #SputnikV administered in India. On the picture Deepak Sapra, Global Head of Custom Pharma Services at @drreddys Laboratories is getting a shot of Sputnik V in Hyderabad. ✌️ pic.twitter.com/iBbTeB2DmT
— Sputnik V (@sputnikvaccine) May 14, 2021
ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि अगले सप्ताह से भारत में रूस की बनी स्पूतनिक वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। नीति आयोग के स्वास्थ्य समिति के सदस्य वीके पॉल ने बताया है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन भारत पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है और उम्मीद है कि अगले सप्ताह से यह मार्केट में उपलब्ध होगी। रूस से जो सीमित सप्लाई आई है, वह अगले सप्ताह से बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। पॉल ने कहा कि इस वैक्सीन की और भी खेप आएगी। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि भारत में जुलाई से स्पुतनिक वैक्सीन का उत्पादन भी शुरू होने वाला है।
एक डोज की कीमत होगी 1000 रूपये
डॉ. रेड्डी ने आज एक बयान जारी कर कहा है कि स्पूतनिक वी की प्रति डोज की कीमत 948 रुपये होगी और उसपर अलग से 5% जीएसटी देना होगा। 948 रुपये का 5% जीएसटी 47.40 रुपये होता है। इस तरह दोनों को मिलाकर एक डोज स्पूतनिक वी की कुल कीमत 995.40 रुपये होगी। हालांकि, भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन शुरू होने पर इसकी कीमत कम होने की संभावना है।
मेडिकल जर्नल 'द लैंसेट' में छपे डेटा के अनुसार, यह वैक्सीन कोविड-19 के गंभीर इन्फेक्शन से पूरी सुरक्षा देती है। 'स्पूतनिक वी' डिवेलपर्स के मुताबिक, वैक्सीन की एफेकसी 91.6% है। यह वैक्सीन 0.5 ml-0.5 ml की दो डोज में लगाई जाती है। दोनों डोज के बीच 21 दिनों का गैप रखते हैं। भारत में उपलब्ध होने वाली यह तीसरी ऐंटी-कोविड वैक्सीन होगी। इससे पहले, भारत बायोटेक की Covaxin और ऑक्सफर्ड-अस्त्राजेनेका की Covishield को इमर्जेंसी यूज अप्रूवल दिया जा चुका है।
भारत में स्पुतनिक वी वैक्सीन के 15.6 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे। फिलहाल देश में अब तक करीब 18 करोड़ कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 26 करोड़ टीके लगे हैं। भारत कोरोना टीकों के मामले में तीसरे नंबर पर है।