सरकार ने पूरे 633 दिन के बैन के बाद 15 दिसंबर से इंटरनेशनल एयर ट्रैवल की इजाजत दे दी है। सरकार ने पिछले साल कोरोना लॉकडाउन से तीन दिन पहले 22 मार्च को इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया था। हालांकि 14 देशों की ट्रैवलिंग पर अभी भी प्रतिबंध जारी रहेगा। इनमें यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, चीन, मॉरीशस, सिंगापुर, बांग्लादेश, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
सरकार ने ये फैसला कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के मद्देनजर लिया है। सरकार ने जिन 14 देशों के हवाई सफर पर अभी भी प्रतिबंध लगा रखा है, उनमें से कई देशों के साथ एयर बबल एग्रीमेंट के तहत फ्लाइट सर्विस जारी है। वर्तमान में भारत के अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई समेत 31 देशों के साथ एयर बबल अरेंजमेंट हैं।
नागरिक उड्यन मंत्रालय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने से पहले अलग अलग देशों में कोरोना के जोखिम के आधार पर तीन श्रेणियां बनाई जाएंगी। मंत्रालय के अनुसार इस श्रेणी में शामिल देशों के लिए अलग अलग कोविड प्रतिबंध लागू किए जाएंगे।
Resumption of scheduled commercial international passenger services to/from India may be resumed from 15th December 2021: MoCA
— ANI (@ANI) November 26, 2021
Based on the countries recognised as "at-risk" by MoHFW, the countries have been categorised into 3 categories with separate capacity restrictions: MoCA pic.twitter.com/nHZ5i1GPKY
डोमेस्टिक फ्लाइट पूरी क्षमता के साथ उड़ाने की अनुमति
इंटरनेशनल फ्लाइट्स की ही तरह डोमेस्टिक फ्लाइट्स भी लॉकडाउन के दौरान प्रतिबंधित कर दी गई थी। हालांकि दो महीने के ब्रेक के बाद मई 2020 में लिमिटेड कैपेसिटी के साथ डोमेस्टिक फ्लाइट ऑपरेशन शुरू किए गए थे। पिछले महीने ही डोमेस्टिक फ्लाइट्स को पूरी क्षमता के साथ उड़ान की अनुमति दे दी गई है।
इंटरनेशनल ट्रैवल करने से पहले इन बातों को रखें ध्यान
- आप किसी विदेशी यात्रा पर जाने वाले हैं, तब कोविन ऐप पर इसकी जानकारी देनी होगी। कोविन पर आपको अपने पासपोर्ट की डिटेल देनी होगी।
- आपका फुली वैक्सीनेटेड होना जरूरी है। अगर आपको वैक्सीन का सिंगल डोज लगा है, तब आप ट्रैवल नहीं कर पाएंगे। दोनों डोज का सर्टिफिकेट होना जरूरी है। इसे फोन में रखें।
- ट्रैवल से पहले RT-PCR टेस्ट जरूर करा लें। अलग-अलग देशों में आपसे ये रिपोर्ट मांगी जा सकती है। टेस्ट की रिपोर्ट एक हफ्ते से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।