जयपुर। न्यायाधीशों की कमी झेल रहे राजस्थान हाईकोर्ट को राष्ट्रपति की ओर से एक और न्यायाधीश मिल गया है। राष्ट्रपति भवन ने शुक्रवार को वारंट जारी कर कोटा के वकील मनीष शर्मा को राजस्थान हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया है। इसके बाद केंद्र सरकार ने भी उनकी नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
मनीष शर्मा अगले सप्ताह राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्य पीठ में शपथ लेंगे। उनके शपथ लेने के बाद राजस्थान हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो जाएगी। हालांकि राजस्थान हाईकोर्ट में जजों के 50 पद हैं, इस नियुक्ति के बाद भी जजों के 16 पद खाली रहेंगे। राजस्थान हाईकोर्ट में अभी तक पूरे 50 पदों पर कभी भी नियुक्ति नहीं हुई है, जिसके चलते अदालतों में बड़ी संख्या में मुकदमे लंबित हैं।
राजस्थान हाईकोर्ट में 6 लाख 68 हजार 571 मुकदमे लंबित
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार तक राजस्थान हाईकोर्ट में 6 लाख 68 हजार 571 मुकदमे लंबित हैं। नव नियुक्त न्यायाधीश मनीष शर्मा ने एलएलबी की शिक्षा पूरी करने के बाद वर्ष 1993 में बतौर अधिवक्ता अपना नामांकन कराया था। फिलहाल वे राजस्थान हाईकोर्ट में सिविल मामलों के विशेषज्ञ के रूप में पैरवी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी माह में तीन न्यायधीशों की नियुक्ति की गई थी। इनमें चंद्रशेखर शर्मा, प्रमिल कुमार माथुर और चंद्र प्रकाश श्रीमाली शामिल हैं। ये तीनों 1992 बैच के अधिकारी हैं।