ईडी की चार्जशीट में आया प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम, जमीन से जुड़ा है मामला, बढ़ेंगी मुश्किलें

By: Rajesh Bhagtani Thu, 28 Dec 2023 5:45:18

ईडी की चार्जशीट में आया प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम, जमीन से जुड़ा है मामला, बढ़ेंगी मुश्किलें

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। ED ने प्रियंका गांधी का नाम हरियाणा के फरीदाबाद में एक जमीन की खरीद से जुड़े मामले की चार्जशीट में शामिल किया है। उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी चार्जशीट में शामिल किया गया है। हालांकि, प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा का नाम चार्जशीट में बतौर आरोपी शामिल नहीं किया गया है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम ‘प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट’ (पीएमएलए) से जुड़े एक केस की चार्जशीट में दर्ज किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बताया है कि रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के रहने वाले रियल एस्टेट एजेंट के जरिए हरियाणा में जमीनें खरीदीं। इस एजेंट ने एनआरआई बिजनेसमैन सीसी थंपी को भी जमीनें बेचीं।

चार्जशीट सी.सी. थंपी के खिलाफ दाखिल की गई है जो एनआरआई व्यवसायी हैं। एक और शख्स सुमित चड्ढा हैं, जो भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं। उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल है।

ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि सी.सी. थंपी ने 2005 और 2008 के बीच दिल्ली-एनसीआर स्थित एक रियल एस्टेट एजेंट एच.एल. पाहवा के जरिए हरियाणा में फरीदाबाद के अमीपुर गांव में लगभग 486 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया।

रॉबर्ट वाड्रा ने 2005-2006 के दौरान पाहवा से अमीपुर में कुल 334 कनाल (40.08 एकड़) जमीन के तीन पार्सल भी खरीदे, बाद में दिसंबर 2010 में उसी जमीन को एच.एल. पाहवा को वापस बेच दिया।

इसके अलावा, प्रियंका गांधी वाड्रा ने अप्रैल 2006 में पाहवा से अमीपुर गांव में 40 कनाल (5 एकड़) कृषि भूमि का अधिग्रहण किया। बाद में उन्होंने वही जमीन फरवरी 2010 में पाहवा को बेच दी।

ईडी की चार्जशीट में कहा गया है, “पाहवा को भूमि अधिग्रहण से बही-खातों से नकद प्राप्त हो रहा था। यह भी देखा गया कि रॉबर्ट वाड्रा ने पाहवा को बिक्री का पूरा भुगतान नहीं किया। इस संबंध में जांच अभी भी जारी है। एच.एल. पाहवा की बुक में लेनदेन को दर्शाने वाले बही-खातों की प्रतिलिपि 17.11.2023 के पत्र के माध्यम से रिकॉर्ड में ली गई थी।“

आगे लिखा है, “इस मामले में जांच के दौरान, यह पाया गया कि सी.सी. थंपी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच गहरा रिश्ता है। उनके बीच न केवल व्यक्तिगत दोस्ती बल्कि व्यावसायिक हित भी पाए गए हैं।''

आरोप पत्र के अनुसार, थंपी के बयान विभिन्न तारीखों पर पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज किए गए हैं।


“19.06.2019 को दर्ज किए गए अपने बयान में थंपी ने कहा कि वह रॉबर्ट वाड्रा को पिछले 10 साल से अधिक समय से जानते हैं और उन्हें (थंपी से) सोनिया गांधी के पीए माधवन ने मिलवाया था। रॉबर्ट वाड्रा की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान उनकी उनसे कई बार मुलाकात हुई।''

ईडी का कहना है कि रॉबर्ट वाड्रा और थंपी के बीच करीबी रिश्ते हैं। दोनों व्यापार करने के अलावा भी कई काम मिलकर करते हैं। ये मामला भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा है। संजय भंडारी पर मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा और काले धन कानूनों के उल्लंघन और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं। संजय भंडारी 2016 में जांच एजेंसियों के डर की वजह से भारत से फरार हो गया था। अभी फिलहाल ब्रिटेन में रह रहा है। जानकारी के मुताबिक, थंपी पर ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा के साथ मिलकर संजय भंडारी को काली कमाई छिपाने में मदद करने का आरोप है।

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2025 lifeberrys.com