मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी, कम रहेगी सर्दी, सामान्य से अधिक रह सकता है तापमान
By: Rajesh Bhagtani Sun, 03 Dec 2023 5:07:49
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश भर में इस बार सर्दियों के गर्म (Warm Winter) रहने की भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। यह भारत सहित दुनिया भर में पिछले महीने अनुभव की गई गर्मी के मुताबिक है, जो 1901 के बाद से तीसरा सबसे गर्म नवंबर रहा। भारत में 1901 के बाद से इस साल फरवरी, अगस्त और नवंबर सबसे गर्म महीने रहे। इसके साथ 2023 धरती पर अब तक का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। आईएमडी का कहना है कि अल नीनो जैसी बड़े पैमाने की विशेषताओं, पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाले आगामी चक्रवात जैसे क्षेत्रीय कारकों के अलावा देश में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान होने की संभावना है, जिससे यह गर्म सर्दियों का मौसम बन जाएगा।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कमजोर और धीमी शीत लहरें दिसंबर से फरवरी के समय को और गर्म बनाए रख सकती हैं। मौजूदा वक्त में अल नीनो की स्थिति, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर दर्ज किए गए सामान्य समुद्री सतह के तापमान से अधिक गर्म है और अपने चरम पर पहुंच रही है। जबकि गर्म सर्दी में योगदान देने वाले दूसरे कारणों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए रहना भी शामिल है, जिससे न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है।
आईएमडी के प्रमुख ने कहा कि इसके अलावा जल्द ही विकसित होने वाले चक्रवात के कारण भी बादल छाएंगे और आने वाले दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वी तटीय भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा। दिसंबर के दौरान भी पारे में कोई खास गिरावट की उम्मीद नहीं है और पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है।
इस बीच, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात ‘मिचौंग’ दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु की ओर बढ़ गया है। आईएमडी ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और तटीय आंध्र प्रदेश में 3 और 4 दिसंबर को अत्यधिक भारी बारिश (200 मिमी. से अधिक) की चेतावनी दी है। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में चेन्नई सहित आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटीय जिलों के साथ-साथ चक्रवात तेलंगाना और दक्षिणी ओडिशा को भी प्रभावित करेगा।