बीजेपी (BJP) के नेता और पूर्व IT अधिकारी पीवीएस शर्मा ने बड़ा दावा किया है। शर्मा का कहना है कि पीएम मोदी देश में कालेधन को रोकने के लिए 2016 में नोटबंदी (Demonetisation) लेकर आए थे, लेकिन गुजरात के सूरत में ही नोटबंदी के दौरान 2 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। इस दौरान कालेधन रखने वालों ने अपने काले धन को सफेद कर लिया। पीवीएस शर्मा ने ट्वीट करके नोटबंदी के समय बैंक में जमा हुए करोड़ों रुपये और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसे बनाने के आरोप कुछ स्थानीय जूलर्स पर लगाए हैं। इसके साथ ही शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी से पूरे प्रकरण की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की मांग की है। पीवीएस शर्मा ने कहा, नोटबंदी में हुए भ्रष्टाचार पर कुछ स्वार्थी तत्वों ने पर्दा डाल रखा है और ऐसे तत्वों को बेनकाब करना प्रधानमंत्री मोदी का दायित्व है। इस मामले में उन्होंने आयकर अधिकारी, बिल्डर्स, सीए और ज्वैलर्स पर आरोप लगाए हैं।
Hon'ble PM shri @narendramodi ji, This is how idea of #Demonetisation defeated by the corrupt.
— pvs sarma (@pvssarma) October 19, 2020
Cash deposit is ₹110 cr, income ₹0.84 cr & tax ₹0.80 cr.
IT(Inv)wing closed eyes & Settlement Commission accepted illogical arguments&caused huge revenue loss.@PMOIndia @FinMinIndia pic.twitter.com/VWkkuXQlvt
बीजेपी नेता के इस दावे के बाद सूरत के जूलर्स और बिल्डर्स में खलबली सी मच गई है। बीजेपी नेता के दावे के बाद कलामंदिर जूलर्स के मालिक मिलन भाई शाह मीडिया के सामने आए और सफाई दी। मिलन भाई ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और वो हर तरह की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
मिलन शाह ने कहा कि पीवीएस एक विवादास्पद पूर्व आईटी अधिकारी हैं, जो ट्विटर पर चोरी के दस्तावेज पोस्ट करते हैं, जो एक आपराधिक कृत्य है। हमने वर्ष 2016-17 में हमारी कंपनी की तुलना में 12 गुना अधिक कर का भुगतान किया है, जिसकी जानकारी आरओसी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। उन्होंने शर्मा पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्व अधिकारी 15 साल में क्यों सेवानिवृत्त हुए और उनके फ्लैट की कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। बिना किसी आय के यह कैसे संभव है? कलामंदिर जूलरी रिटेल में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाली कंपनी है। हमारा 1300 करोड़ रुपये का कारोबार है। हमारी कंपनी में 400 लोगों का स्टाफ है। हमने कुछ भी गलत नहीं किया।
पीवीएस शर्मा के इस ट्वीट पर कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया का बयान सामने आया है। मोढवाडिया ने भी एक ट्वीट किया और सूरत के जूलर्स कलामंदिर के जरिए नोटबंदी की रात को 110 करोड़ रुपये का सोना बेचने की बात कही गई। पीवीएस शर्मा लंबे समय से बीजेपी के नेता है। बीजेपी के टिकट पर शर्मा पार्षद का चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुके हैं। राजनीति में एंट्री करने से पहले शर्मा ने करीब 18 साल आयकल विभाग में सेवा दी है।