हेमंत सोरेन को एक बार फिर तलब किया ईडी ने, 16 से 20 जनवरी को दर्ज करवाना है बयान

By: Rajesh Bhagtani Sat, 13 Jan 2024 10:55:50

हेमंत सोरेन को एक बार फिर तलब किया ईडी ने, 16 से 20 जनवरी को दर्ज करवाना है बयान

नई दिल्ली। ईडी ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक बार फिर से तलब किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर नई तारीख दी है। ईडी ने साथ ही पूछा कि वो समन पर हाजिर क्यों नहीं हो रहे हैं? ईडी की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि सोरेन 16-20 जनवरी के बीच जांच एजेंसी के ऑफिस में अपना बयान दर्ज कराएं।

इससे पहले भी ईडी ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तलब करते हुए उन्हें एक पत्र सह-समन जारी किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने उस पत्र में हेमंत सोरेन से जांच अधिकारी को तारीख, स्थान आदि के बारे में जानकारी देने को कहा था, ताकि मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनका बयान दर्ज किया जा सके।

ईडी के ओर से यह 8वीं बार है जब झारखंड के मुख्यमंत्री को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बयान दर्ज करने के लिए तलब किया गया है। हेमंत सोरेन ने पिछली बार 7वें समन सह-पत्र पर हाजिर होने से परहेज किया था।

सोरेन अभी तक ईडी के सामने पेश नहीं हुए

जांच एजेंसी ने 7वें समन की डेडलाइन 31 दिसंबर रखी थी। सोरेन अभी तक इस मामले में कभी भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। सोरेन को ईडी ने 14 अगस्त को पहला समन भेजा था। झारखंड के सीएम ने ईडी के समन को सुप्रीम कोर्ट और फिर झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर कर ईडी की कार्रवाई से राहत मांगी थी। हालांकि, दोनों कोर्ट से सोरेन की याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं। हेमंत सोरेन ने हर बार ईडी के समन को अनुचित करार दिया है।

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उसकी जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व में अवैध तरीके से बदलाव से संबंधित है। वहीं अब तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी ने इस मामले में 2011 बैच की IAS छवि रंजन को भी गिरफ्तार कर चुकी है। वह पूर्व में राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक पद पर कार्यरत थे।

पिछली बार ईडी के भेजे समन पर ऐसी आशंकाएं जताई गईं थी कि ईडी कभी में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है। ईडी ने भी कहा था कि यदि सोरेन हाजिर नहीं होते तो मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई करने को बाध्य होगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछली बार ईडी के समन के चलते पैदा हुई राजनीतिक गहमागहमी के चलते गठबंधन विधायकों की बैठक भी बुला ली थी। इस बैठक में उन्होंने मौजूदा हालात को लेकर विधायकों से फीडबैक लिया था। इस बैठक में विधायकों ने हेमंत सोरेन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया था। साथ ही कहा था कि सभी सहयोगी विधानसभा में सोरेन के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। हेमंत सरकार को कोई खतरा नहीं होने दिया जाएगा। सोरेन मुख्यमंत्री बने रहेंगे और उनके नेतृत्व में ही लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा।

उस वक्त अटकलें ऐसी भी लगाई जा रही थीं कि गिरफ्तारी की आशंका के चलते हेमंत सोरेन पत्नी को सीएम पद सौंपने की तैयारी में थे, लेकिन उन्होंने इन सभी आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया था।

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