चीन ने दुनिया को दिखाई अपनी कोरोना वैक्सीन की पहली तस्वीर
By: Pinki Tue, 08 Sept 2020 09:01:02
दुनिया में कोरोना वायरस के अब तक 2 करोड़ 74 लाख 79 हजार 207 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 95 लाख 73 हजार 109 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 96 हजार 421 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर चीन ने कोरोना वैक्सीन की हली झलक सोमवार को बीजिंग ट्रेड फेयर में दिखाई है. इस दौरान दो वैक्सीन पेश की गईं। पहली वैक्सीन 'कोरोनावेक' है जिसे चीनी कम्पनी सिनोवेक बायोटेक ने तैयार किया है। ट्रेड फेयर में इसे इंजेक्शन के रूप में पेश किया गया है। कम्पनी के प्रवक्ता का कहना है कि वैक्सीन तैयार करने के लिए फैक्ट्री तैयार की जा चुकी है। इसकी मदद से एक साल में वैक्सीन के 30 करोड़ डोज तैयार किए जा सकेंगे। सिनोवेक बायोटेक के चीफ एग्जीक्यूटिव यिन का कहना है, कम्पनी के 90% कर्मचारी और उनकी फैमिली को हमारी वैक्सीन दी जा चुकी है। इसे इमरजेंसी प्रोग्राम के तहत उन्हें दिया गया है। जिसकी शुरुआत जुलाई में हुई थी, हालांकि ट्रायल अभी भी जारी है।
दूसरी वैक्सीन सिनोफार्म ने पेश की
सिनोवेक बायोटेक के अलावा दूसरी चीनी फार्मा कम्पनी सिनोफार्म ने भी अपनी वैक्सीन को पेश किया। सिनोफार्मा के चेयरमैन के मुताबिक, वैक्सीन के दो डोज की कीमत 10 हजार रुपए से भी कम होगी। चीन की दोनों ही वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के तीसरे चरण में हैं। चीनी मीडिया के मुताबिक, ये इस साल के अंत तक बाजार में आ सकती हैं।
सिनोवेक बायोटेक के चीफ एग्जीक्यूटिव यिन का कहना है, मैंने खुद पर अपनी वैक्सीन का इस्तेमाल किया है। 600 वॉलंटियर्स पर हुए 'कोरोनावेक' के ट्रायल में साइड इफेक्ट बहुत कम दिखे हैं। इनमें वैक्सीन लगने के बाद थकान, बुखार और दर्द के हल्के लक्षण दिखे।
चीन में 85,134 लोग संक्रमित
आपको बता दे, चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में 24 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। देश में 85 हजार 134 लोग संक्रमित हुए हैं और 80 हजार 335 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी 175 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिसमें 2 की हालत गंभीर है।
रूस में वैक्सीन 'स्पुतनिक वी' को पब्लिक में किया रिलीज
उधर, रूस ने अपनी कोरोना वैक्सीन को पब्लिक के लिए रिलीज कर दिया है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। हालांकि, अभी ये नहीं बताया है कि किस तरह से इसे लोगों तक पहुंचाया जाएगा। सरकार खुद टीकाकरण कार्यक्रम चलाएगी या फिर इसे मार्केट में उपलब्ध कराया जाएगा। इस वैक्सीन को रूस की गामलेया नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ इपिडेमियोलॉजी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने मिलकर बनाया है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने उम्मीद जताई कि कुछ ही महीनों में यहां बहुत से लोगों का टीकाकरण हो सकेगा। देश में कोरोना के 10 लाख 30 हजार 690 मामले आ चुके हैं।