हमारी आंतें सिर्फ पाचन प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा नहीं हैं, बल्कि ये शरीर के कई जरूरी कार्यों को संतुलित बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मगर खराब जीवनशैली और अनुचित खानपान की वजह से अक्सर आंतों में गंदगी जमा होने लगती है, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। कई बार लोग पेट और आंतों में जमा गंदगी को गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन जब ये समस्याएं अपच, कब्ज, ब्लोटिंग और एसिडिटी का रूप ले लेती हैं, तब उपायों की तलाश शुरू होती है। अगर आप भी आंतों की सफाई के प्रभावी तरीके जानना चाहते हैं, तो आइए पहले जानते हैं कि आंतों में गंदगी जमने के 5 प्रमुख कारण क्या हैं, और किन आसान घरेलू उपायों से आप इसे साफ कर सकते हैं।
# आंतों में गंदगी जमने के 5 प्रमुख कारण
फाइबर की कमी : डायट में फाइबर की कमी से मल कठोर हो जाता है, जिससे वह आंतों की दीवारों से चिपकने लगता है और धीरे-धीरे वहां गंदगी जमने लगती है।
शरीर में पानी की कमी : पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे टॉक्सिन्स और अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते।
तेल-मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड का सेवन : ज़्यादा प्रोसेस्ड और भारी खाना आंतों को प्रभावित करता है और मल निष्कासन में रुकावट डालता है।
शारीरिक गतिविधि की कमी : नियमित व्यायाम न करने से आंतों की गति धीमी हो जाती है, जिससे मल रुक जाता है और जमा होने लगता है।
कब्ज की समस्या : लंबे समय तक कब्ज रहने से मल कठोर होकर आंतों में जमने लगता है, जिससे गंदगी बाहर नहीं निकल पाती।
# आंतों की सफाई के 7 असरदार घरेलू उपाय
नींबू और शहद से करें दिन की शुरुआत : रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से आंतों की सफाई होती है। नींबू विटामिन C से भरपूर होता है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, जबकि शहद पाचन क्रिया में सुधार लाता है।
फाइबर युक्त आहार लें : अपनी डाइट में साबुत अनाज, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां और दालों को शामिल करें। ये फाइबर से भरपूर होते हैं, जो मल त्याग को आसान बनाते हैं।
त्रिफला चूर्ण का सेवन करें : आयुर्वेद में त्रिफला को आंतों की सफाई के लिए श्रेष्ठ माना गया है। इसे रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ लेने से पाचन बेहतर होता है और आंतों की गंदगी बाहर निकलती है।
गर्म पानी पिएं : दिनभर हल्का गर्म पानी पीते रहने से शरीर हाइड्रेट रहता है और आंतों में जमी गंदगी धीरे-धीरे बाहर निकलती है।
दही और प्रोबायोटिक्स का सेवन करें : दही, छाछ, और किमची जैसे प्रोबायोटिक फूड आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे पाचन शक्ति मजबूत होती है।
योग और व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें : योगासनों जैसे पवनमुक्तासन और सूर्य नमस्कार से आंतों की गति तेज होती है, जिससे गंदगी साफ होती है।
एंटीऑक्सिडेंट युक्त ड्रिंक्स लें : ग्रीन टी और एलोवेरा जूस जैसे पेय शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। ये शरीर से फालतू टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में बेहद फायदेमंद होते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।