समय से पहले बूढ़ा बना सकता है चीनी का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये बीमारियां
By: Nupur Rawat Mon, 23 Dec 2024 08:13:48
नमक हो या चीनी, दोनों का ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। जहां ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, वहीं चीनी का अत्यधिक सेवन कई गंभीर बीमारियों को दावत देता है। कई लोगों को मीठा खाने का इतना शौक होता है कि वे खाना खाने के बाद मीठा जरूर खाते हैं। यदि आप भी मीठा खाने के दीवाने हैं, तो यह आदत आपको भारी पड़ सकती है। यहां हम आपको बताएंगे कि चीनी का ज्यादा सेवन आपकी सेहत को कैसे प्रभावित कर सकता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
ज़्यादा चीनी का सेवन करने से हो सकती हैं ये बीमारियां
दिल की बीमारियां (Heart Diseases)
चीनी का अधिक सेवन दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। खासकर जो लोग सॉफ्ट ड्रिंक्स या मीठे जूस का अधिक सेवन करते हैं, उनकी भूख नियंत्रण में नहीं रहती। इसके कारण शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होने लगती है, जिससे मोटापा बढ़ता है। मोटापा दिल की बीमारियों का मुख्य कारण है। इसके अलावा चीनी का अत्यधिक सेवन ब्लड प्रेशर और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ाता है, जो दिल पर बुरा प्रभाव डालता है। इसीलिए, अगर आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो चीनी का सेवन सीमित मात्रा में करें।
डायबिटीज (Diabetes)
मीठा खाने के शौकीन लोगों को ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने का खतरा रहता है। ज्यादा चीनी खाने से शरीर की इंसुलिन प्रतिक्रिया कमजोर हो जाती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज केवल एक बीमारी नहीं है; यह आंखों, किडनी, और दिल को भी प्रभावित कर सकती है। साथ ही, ज्यादा मीठा खाने से मूड स्विंग, थकान, और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)
चीनी का ज्यादा सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) की मात्रा बढ़ा देता है। रिसर्च से यह साबित हुआ है कि अधिक चीनी खाने वाले लोगों में हृदय संबंधित समस्याएं ज्यादा होती हैं। यह शरीर में सूजन (inflammation) बढ़ाकर धमनियों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा, शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर भी कम हो जाता है।
फैटी लिवर (Fatty Liver Disease)
चीनी का अत्यधिक सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। खासतौर पर फ्रक्टोज़ (Fructose) नामक शुगर, जो कि प्रोसेस्ड फूड और सॉफ्ट ड्रिंक्स में पाई जाती है, लिवर में फैट जमा करने लगती है। इससे नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) होने की संभावना बढ़ जाती है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने पर लिवर फेलियर और सिरोसिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
तेजी से बढ़ता मोटापा (Obesity)
मोटापा आजकल की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, और इसका मुख्य कारण चीनी का अत्यधिक सेवन है। चीनी शरीर में बिना किसी पोषण मूल्य के केवल कैलोरी जोड़ती है। यदि आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चीनी का सेवन कम नहीं कर रहे हैं, तो आपकी मेहनत बेकार जाएगी। फिट रहने के लिए यह जरूरी है कि आप अपने खानपान में चीनी को सीमित करें।
चीनी का सेवन सीमित करने के उपाय
मीठे पेय से बचें: सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैक्ड जूस, और एनर्जी ड्रिंक्स में चीनी की मात्रा अधिक होती है। इनकी जगह नारियल पानी, छाछ, या बिना चीनी वाली चाय पिएं।
प्राकृतिक मीठा अपनाएं: अगर मीठा खाने का मन करे, तो चीनी के बजाय शहद, गुड़, या फल का इस्तेमाल करें।
पैकेज्ड फूड से बचें: बाजार में मिलने वाले प्रोसेस्ड फूड और पैकेज्ड स्नैक्स में छुपी हुई चीनी (hidden sugar) होती है। इन्हें खरीदने से पहले लेबल जरूर पढ़ें।
खाने के बाद मीठा न खाएं: खाने के बाद मीठा खाने की आदत को धीरे-धीरे छोड़ें। इसकी जगह सौंफ या इलायची का सेवन करें।
डेली शुगर लिमिट सेट करें: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक वयस्क को दिन में केवल 6-9 चम्मच चीनी का ही सेवन करना चाहिए।