सबसे पौष्टिक दालों में से एक है कुलथी की दाल, सुधारती पथरी-पाइल्स से पीड़ितों की हालत
By: Nupur Rawat Tue, 01 June 2021 7:59:51
मसूर, मूंग, राजमा व अरहर जैसी आम दालों के अलावा कुछ अन्य दालें भी खाई जाती हैं। कुलथी भी ऐसी ही दाल है, जिसका नाम शायद आपने पहले कभी न सुना हो। चिकित्सा जगत में कुलथी की दाल को एक विशेष दर्जा प्राप्त है, क्योंकि इस पर किए गए अध्ययनों ने इसके कई औषधीय गुणों को उजागर किया है।
कुलथी की दाल स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद मानी जाती है। कुलथी की दाल को हॉर्स ग्राम के नाम से भी जाना जाता है,कुलथी दाल के फायदे की बात करें तो इसके बारे में कहा जाता है कि यह धरती पर मौजूद सबसे पौष्टिक दालों में से एक है। कुलथी की दाल प्रोटीन का रिच स्रोत मानी जाती है। इस दाल के फायदों को देखते हुए इसे एक सुपरफूड के रूप में भी जाना जाता है। कुलथी की दाल अपने औषधीय गुणों के लिए भी जानी जाती है।
पथरी के लिए
कुलथी दाल का सबसे बड़ा फायदा पथरी यानी किडनी
स्टोन के लिए माना जाता है। पथरी के लिए कुलथी का इस्तेमाल लंबे समय से
किया जा रहा है। इसे किडनी स्टोन का इलाज करने के लिए पारंपरिक और वैकल्पिक
दवा का दर्जा प्राप्त है। कुलथी दाल एंटीऑक्सीडेंट और शरीर से गंदगी बाहर
निकाले वाले गुणों से समृद्ध होती है, जो किडनी से पथरी को बाहर निकालने
में मदद कर सकती हैं। कुलथी दाल एक कारगर मूत्रवर्धक (पेशाब को बढ़ावा देने
वाला) के रूप में काम करती है, जो पेशाब के रास्ते किडनी स्टोन को निकालने
का काम कर सकती है ।
अर्श या पाइल्स के इलाज में फायदेमंद
अर्श
के दर्द से परेशान है तो 20-40 मिली कुलथी जूस का सेवन करने से गण्डमाला
अर्श, आमवात तथा संधिवात में लाभ होता है। इसके अलावा कुलथी को पीसकर
बवासीर के मस्सों पर लगाने से बवासीर में लाभ होता है।
खांसी से दिलाए राहत
पंचकोल
(पिप्पली, पिप्पलीमूल, चव्य, चित्रक, सोंठ) के पेस्ट से सिद्ध 10 ग्राम घी
में 10-20 ग्राम कुलथी का काढ़ा मिलाकर पीने से अथवा कुलथी काढ़ा (10-30
मिली) तथा पंचकोल पेस्ट से सिद्ध घी का सेवन करने से बलगम वाली खांसी, सांस
संबंधी रोग तथा हिचकी वाले रोग में बहुत लाभ मिलता है।
वजन घटाने में
वजन
घटाने में कुलथी दाल से मिलने वाले फायदे की बात करें तो यह लगातार बढ़ते
वजन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है। इसमें
फाइबर की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। फाइबर को पचने में अधिक समय लगता है
और आपको जल्दी भूख नहीं लगती और बार-बार खाना नहीं खाते। इसके अलावा यह एक
लो कैलोरी वाली दाल होती है। कुलथी दाल पर हुई कुछ स्टडी इस बात को
दर्शाती हैं कि इसका सेवन फैटी टिशूज पर सीधा असर दिखाता है। जिसका नतीजा
यह होता है कि तेजी से आपका फेट बर्न होने लगता है और वजन नियंत्रण में आने
लगता है।
कुलथी की दाल के फायदे महिलाओं के लिए
महिलाओं
में Iron की कमी को पूरा करने के लिए कुलथी दाल का उपयोग किया जाता है
क्योंकि कुलथी दाल में लौह तत्व की अच्छी मात्रा मौजूद रहती है। इसके अलावा
यह महिलाओं में मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं को भी दूर करने में मदद
करती है। इसका उपयोग अनियमित और भारी रक्तस्राव के लिए किया जाता है। कुलथी
दाल का पानी या शोरबा महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। आयुर्वेद
के अनुसार महिलाओं को नियमित रूप से प्रतिदिन 1 चम्मच कुलथी दाल के पाउडर
का सेवन करना चाहिए।