राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस समय आग के गोले में तब्दील हो चुकी है, जहां भीषण गर्मी और लू की दोहरी मार से लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। भीषण ताप लहरों के चलते बीते दिनों तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया, जिससे आम जनजीवन पर गंभीर असर पड़ा है। ऐसे हालात को देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजधानी के लिए गंभीर चेतावनी देते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। यह अलर्ट दर्शाता है कि तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने की ज़रूरत है, अन्यथा स्थिति और बिगड़ सकती है।
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रिकॉर्ड किए गए तापमान की बात करें तो आयानगर में सबसे ज्यादा 45 डिग्री सेल्सियस, पालम में 44.5, रिज क्षेत्र में 43.6, पीतमपुरा में 43.5, लोदी रोड पर 43.4, मयूर विहार में 40.9 और सफदरजंग में 43.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया — जो कि सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक है।
इस भीषण गर्मी के बीच, राजधानी में उष्मा सूचकांक (Heat Index) यानी कि महसूस किए जाने वाले तापमान का स्तर 51.9 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है।
13 जून की रात से हल्की बारिश की उम्मीद – IMD की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने चेताया है कि फिलहाल कुछ और दिनों तक लू की स्थिति बनी रह सकती है। रेड अलर्ट के तहत नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे धूप से बचें, अधिक मात्रा में पानी पिएं, और दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहरी गतिविधियों से परहेज करें।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार के अनुसार, यह गर्मी 12 जून तक अपने चरम पर रह सकती है, लेकिन 13 जून की रात से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने से राजधानी में हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
राजधानी में आर्द्रता (Humidity) का स्तर 31% से 73% के बीच रिकॉर्ड किया गया है, जबकि उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने वातावरण को शुष्क बनाए रखा। 12 जून के लिए भी तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, और हवाएं 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।
'रेड' से 'ऑरेंज' अलर्ट में बदलाव संभव
IMD के मुताबिक, 13 जून के बाद गर्मी की तीव्रता में धीरे-धीरे गिरावट आ सकती है और अगर हल्की बारिश जारी रहती है तो ‘रेड अलर्ट’ को ‘ऑरेंज अलर्ट’ में बदलने पर विचार किया जा सकता है।
14 से 17 जून के बीच तापमान घटकर 37 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, साथ ही हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं से लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने बताया कि दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 245 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों ने गर्मी और वायु प्रदूषण के संयुक्त प्रभाव को देखते हुए नागरिकों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।