राजस्थान के भरतपुर जिले के धौलपुर, डीग और आस-पास के क्षेत्रों में बुधवार को जाट समाज की एक महत्वपूर्ण महापंचायत (Jat Mahapanchayat) का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में जाट समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों ने भाग लिया और समाज की विभिन्न मांगों को लेकर गंभीर चर्चा की गई।
चार अहम मांगों को लेकर आंदोलन
महापंचायत में जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि समाज चार मुख्य मांगों को लेकर सरकार से संघर्षरत है:
- केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग में जाटों को आरक्षण मिलना चाहिए।
- वर्ष 2015 से 2017 तक विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को शीघ्र नियुक्ति दी जाए।
- महाराजा सूरजमल कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए।
- पूर्व आरक्षण आंदोलनों के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए।
हुंकार रैली की घोषणा – 29 जून
महापंचायत में निर्णय लिया गया कि 29 जून को नेशनल हाईवे स्थित डहरा मोड़ गांव में एक विशाल हुंकार रैली का आयोजन किया जाएगा। यह रैली समाज की एकता और मांगों के समर्थन में सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए की जाएगी।
12 जून से शुरू होंगी नुक्कड़ सभाएं
हुंकार रैली से पहले जन-जागरण अभियान के तहत 12 जून को रूपवास में पहली नुक्कड़ सभा आयोजित की जाएगी। इसके अलावा 25 जून से 29 जून तक डहरा मोड़ के आसपास के गांवों में जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान हर घर से एक दाना और एक रुपया मटकी में एकत्रित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया
महापंचायत के समापन पर जाट समाज के प्रतिनिधियों ने डीग एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें समाज की चारों मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपील की गई। जाट समाज ने स्पष्ट किया कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और अधिक तेज किया जाएगा।