Budget 2018 : क्या होती है हलवा सेरेमनी और क्या है इसके पीछे की कहानी?
By: Priyanka Maheshwari Mon, 22 Jan 2018 11:45:17
देश का आम बजट (Union Budget) पेश होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। भारतीय बजट परंपरा में इसे हलवा सेरेमनी कहा जाता है। देश के वित्तमंत्री बजट पेश होने के करीब दो हफ्ते पहले नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय के सहयोगियों को हलवा खिलाकर बजट डॉक्यूमेंट प्रिंटिंग की शुरूआत करते हैं। इसी परंपरा के तहत वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट तैयार करने से पहले शनिवार को हलवा सेरेमनी में हिस्सा लिया और आधिकारिक रूप से बजट तैयार करने की प्रक्रिया का शुभाारंभ किया।
आइए जानते हैं कि ये हलवा सेरेमनी क्या है और भारतीय बजट प्रणाली में इसका महत्व क्या है।
क्या है हलवा सेरेमनी
आपको बता दें कि हर वर्ष बजट की प्रतियां छपने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है, जिसकी शुरुआत वित्त मंत्री खुद सांकेतिक रूप से हलवा बनाकर करते हैं, इस कार्यक्रम के बाद ही बजट की प्रतियां छपनी शुरू होती हैं। इस कार्यक्रम के तहत वित्त मंत्रालय के तमाम कर्मचारियों व अधिकारियों को हलवा दिया जाता है। किसी को बाहर नहीं जाने दिया जाता। हलवा कार्यक्रम के बाद तमाम अधिकारी व कर्मचारी जो बजट की प्रतियों की छपाई में शामिल होते हैं वह नॉर्थ ब्लॉक यूनिट में रहते हैं और वह वहां से तबतक बाहर नहीं निकलते हैं जबतक कि वित्त मंत्री का बजट भाषण नहीं हो जाता है।
ऐसे मनाई जाती है यह सेरेमनी
हलवा सेरेमनी बजट दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत से पहले काफी लंबे समय से मनाई जाती रही है। इस रस्म के तहत एक बड़ी सी कढ़ाई में हलावा तैयार किया जाता है जिसे मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के बीच बांटा जाता है। हलवा बांटे जाने के बाद वित्त मंत्रालय के ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारियों को मंत्रालय में ही पूरी दुनिया से कट कर रहना होता है। ये वैसे कर्मचारी होते हैं जो प्रत्यक्ष तौर पर बजट बनाने से लेकर उसकी प्रिंटिंग की प्रक्रिया से जुड़े होते हैं। लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किए जाने तक ये कर्मचारी अपने परिवार से फोन पर भी संपर्क नहीं कर सकते।
किसी को बाहर नहीं जाने दिया जाता
ऐसे में शनिवार को जो लोग बजट को प्रिंट करने के कार्यक्रम में शामिल हैं वह अब उसी दिन बाहर आएंगे जब बजट पेश कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि वार्षिक बजट को डिविजन ऑफ इकॉनमिक अफेयर की ईकाई तैयार करती है, जिसकी अध्यक्षथा वित्त मंत्रालय के मुख्य सचिव (बजट) करते हैं। किसी से भी बात करने की इजाजत नहीं होती किसी से भी बात करने की इजाजत नहीं होती बजट को तैयार करने की प्रक्रिया को हर वर्ष यह डिविजन एक वार्षिक सर्कुलर जारी करती है। इस पूरी प्रक्रिया व दस्तावेजों की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए इस काम से जुड़े तमाम लोग नॉर्थ ब्लॉक में ही रहते हैं, जबतक यह दस्तावेज यहां छपते हैं और वित्त मंत्री अपना भाषण नहीं दे देते हैं सभी लोग यहां से बाहर नहीं जाते हैं। इस दौरान इस प्रक्रिया में शामिल लोग अपने रिश्तेदारों, दोस्तों से पूरी तरह से अलग होते हैं और वह उनसे संपर्क भी नहीं कर सकते हैं। इस दौरान लोगों के फोन भी उनसे ले लिए जाते हैं और किसी को फोन पर बात करने की इजाजत नहीं होती है।