सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी के साथ निवेशकों का उत्साह बढ़ा दिया। सोमवार, 16 जून 2025 को वैश्विक संकेतों और ईरान-इज़राइल तनाव के बावजूद बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए, जिससे निवेशकों को करोड़ों का मुनाफा हुआ।
बाजार की स्थिति
बीएसई सेंसेक्स 677.55 अंकों यानी 0.84% की उछाल के साथ 81,796.15 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स 227.90 अंकों यानी 0.92% की बढ़त लेकर 24,946.50 पर बंद हुआ। दिन की शुरुआत से ही बाजार में तेजी के संकेत दिखे और यह तेजी पूरे सत्र तक बनी रही।
भारतीय शेयर बाजार ने सप्ताह की शुरुआत जोरदार बढ़त के साथ की, जहां निवेशकों की सकारात्मक भावना और वैश्विक बाजारों से मिल रहे मजबूत संकेतों ने सेंसेक्स और निफ्टी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। सेंसेक्स सोमवार को 677.55 अंक चढ़कर 81,796.15 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 227.90 अंकों की उछाल के साथ 24,946.50 अंक पर बंद हुआ। इस तेजी में प्रमुख योगदान उन दिग्गज कंपनियों के शेयरों का रहा जिन्होंने 1% या उससे अधिक की बढ़त दर्ज की।
तेजी वाले शेयरों की बात करें तो अल्ट्राटेक सीमेंट आज के सबसे चमकते सितारे रहे, जिनके शेयरों में 2.39 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा टेक महिंद्रा के शेयर 2.12% चढ़े, जबकि एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ में 1.66% की उछाल रही। टीसीएस ने भी 1.40% की मजबूती दिखाई, वहीं एशियन पेंट्स 1.28% की तेजी के साथ बंद हुए। टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, आईटीसी, मारुति सुजुकी और भारती एयरटेल जैसे अन्य दिग्गज शेयरों ने भी 1% या उससे अधिक की बढ़त दर्ज की, जिससे बाजार को बल मिला।
हालांकि, बाजार की यह मजबूती सभी कंपनियों के लिए समान नहीं रही। कुछ प्रमुख कंपनियों को आज के कारोबार में नुकसान झेलना पड़ा। टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई, जो 3.56% टूटे। अडाणी पोर्ट्स के शेयर 0.35% और सन फार्मा के शेयर 0.19% की गिरावट के साथ बंद हुए। इसके बावजूद, यह उल्लेखनीय रहा कि सेंसेक्स की 30 में से 27 कंपनियों ने हरे निशान में कारोबार समाप्त किया, जबकि केवल 3 कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। निफ्टी 50 के 50 में से 45 शेयरों ने तेजी दिखाई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बाजार की समग्र धारणा सकारात्मक बनी हुई है।
इस तेजी के पीछे कई मुख्य कारण हैं। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों में भरोसा पैदा किया। अमेरिका और एशिया के प्रमुख बाजारों में स्थिरता और मजबूती देखने को मिली, जिससे भारतीय बाजार में भी उत्साह नजर आया। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता ने महंगाई की चिंताओं को कुछ हद तक कम किया, जिसका असर निवेशकों के मनोबल पर पड़ा। घरेलू निवेशकों की मजबूत भागीदारी के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की वापसी ने भी बाजार में तेजी को मजबूती प्रदान की।
कुल मिलाकर, सोमवार का दिन शेयर बाजार के लिए सकारात्मक रहा। व्यापक स्तर पर देखी गई तेजी ने यह संकेत दिया कि निवेशकों का विश्वास अभी भी बना हुआ है और वे आने वाले कारोबारी सत्रों में भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। अगर वैश्विक परिस्थितियाँ अनुकूल बनी रहती हैं और घरेलू संकेत स्थिर रहते हैं, तो भारतीय शेयर बाजार अगले कुछ हफ्तों में और ऊंचाई छू सकता है।
सप्ताह की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार के लिए शानदार रही। बाजार की यह रफ्तार अगर बनी रही, तो निफ्टी जल्द ही 25,000 के पार और सेंसेक्स 82,000 के आंकड़े को छू सकता है। हालांकि निवेशकों को ईरान-इज़राइल टकराव और वैश्विक परिस्थितियों पर भी नज़र बनाए रखनी चाहिए।