बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पारस्परिक टैरिफ की घोषणा की। उन्होंने विभिन्न देशों पर अलग-अलग दरों से शुल्क लगाने की बात कही, जिसे उन्होंने अमेरिका की आर्थिक स्वतंत्रता का कदम बताया। इस फैसले के बाद वैश्विक बाजार में कीमतों में वृद्धि और ट्रेड वार की आशंका बढ़ गई है।
घोषणा के तहत, भारत पर 26% "रेसिप्रोकल टैरिफ" लगाया गया, जबकि चीन पर 34%, यूरोपीय संघ पर 20% और जापान पर 24% शुल्क निर्धारित किया गया। ट्रंप ने यह घोषणा "मेक अमेरिका वेल्थी अगेन" कार्यक्रम के दौरान की।
पीएम मोदी को बताया महान मित्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना घनिष्ठ मित्र बताते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिका से 52% शुल्क लेता है, जबकि अमेरिका भारत से लगभग कुछ भी नहीं वसूलता। उन्होंने भारत को सख्त कारोबारी देश बताया और कहा कि व्यापार में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
राष्ट्रीय सुरक्षा को बताया खतरे में
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अन्य देशों से मोटरसाइकिलों पर सिर्फ 2.4% शुल्क लेता है, जबकि थाईलैंड 60%, भारत 70% और वियतनाम 75% शुल्क लगाता है। उन्होंने घोषणा की कि सभी विदेशी निर्मित ऑटोमोबाइल पर 25% शुल्क लगाया जाएगा ताकि अमेरिकी औद्योगिक क्षेत्र को मजबूत किया जा सके।
चीन और पाकिस्तान को बड़ा झटका
अमेरिका ने भारत के पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान पर कड़े टैरिफ लगाकर उनकी अर्थव्यवस्थाओं पर गहरा असर डाला है। ट्रंप प्रशासन ने इन देशों पर भारत की तुलना में अधिक शुल्क लगाया है, क्योंकि वे अमेरिकी उत्पादों पर भारी कर लगाते हैं। अगर चीन की बात करें, तो वह अमेरिकी उत्पादों पर 64% तक का टैरिफ लगाता है। इसके जवाब में अमेरिका ने चीन पर 32% शुल्क लगाया है। वहीं, पाकिस्तान अमेरिकी उत्पादों पर 58% शुल्क लगाता है, जिसके चलते अमेरिका ने पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगा दिया है।
पूर्व राष्ट्रपतियों पर साधा निशाना
अपने संबोधन में ट्रंप ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों और नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने अपना काम सही से नहीं किया, जिसके कारण यह असंतुलन पैदा हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि आधी रात से प्रभावी रूप से सभी विदेशी ऑटोमोबाइल पर 25% शुल्क लागू किया जाएगा।
LIBERATION DAY RECIPROCAL TARIFFS 🇺🇸 pic.twitter.com/ODckbUWKvO
— The White House (@WhiteHouse) April 2, 2025
अन्य प्रमुख देशों पर अमेरिका ने लगाया टैरिफ
अमेरिका ने विभिन्न देशों पर पारस्परिक टैरिफ लागू किया है, जिसमें चीन (34%), यूरोपीय संघ (20%), वियतनाम (46%), ताइवान (32%), जापान (24%), भारत (26%), यूनाइटेड किंगडम (10%), बांग्लादेश (37%), पाकिस्तान (29%), श्रीलंका (44%) और इजरायल (17%) शामिल हैं।
ट्रंप का बड़ा बयान: 50 साल से करदाताओं को ठगा जा रहा है
अपने संबोधन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा कि दशकों से अमेरिकी करदाताओं का शोषण किया जा रहा था, लेकिन अब यह युग समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा, "हमारे देश और करदाताओं को पिछले 50 वर्षों से ठगा जा रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।"
चीन और बांग्लादेश की तुलना में भारत पर कम टैरिफ
नई दिल्ली ब्यूरो: अमेरिका ने भारत पर अपेक्षाकृत कम टैरिफ लगाया है, जबकि चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों पर अधिक शुल्क लगाया गया है। चीन पर 34%, वियतनाम पर 46%, और बांग्लादेश पर 37% शुल्क लगाया गया है। ये देश अमेरिका के बाजार में भारत के प्रमुख प्रतिस्पर्धी हैं, जिससे भारतीय उत्पादों को फायदा हो सकता है। बांग्लादेश के गारमेंट उत्पाद अब अमेरिकी बाजार में भारतीय गारमेंट्स की तुलना में महंगे होंगे। वहीं, चीन और वियतनाम इलेक्ट्रॉनिक सामान के बड़े निर्यातक हैं, लेकिन अब इन देशों के उत्पाद भारत के सामान की तुलना में अधिक महंगे हो सकते हैं। हालांकि, अमेरिका के इस फैसले का भारत के निर्यात पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत के प्रतिस्पर्धी देशों पर अधिक शुल्क लगाया गया है। इससे भारत को रणनीतिक रूप से इस शुल्क का समाधान निकालने का समय मिलेगा।
ब्राजील और ब्रिटेन पर कम टैरिफ, लेकिन भारत पर असर नहीं
ब्राजील और ब्रिटेन पर भारत की तुलना में कम टैरिफ लगाया गया है, लेकिन ये देश अमेरिका में उन वस्तुओं की आपूर्ति नहीं करते जो भारत करता है। इसलिए, भारत के निर्यात को इससे बहुत अधिक नुकसान नहीं होगा।