22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। इस ऑपरेशन में भारत ने आतंकवादियों के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने जब इस कार्रवाई से बौखलाकर भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, तो भारत की तीनों सेनाओं ने संयुक्त अभियान चलाकर करारा जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में भारत की ओर से ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों समेत कई प्रकार के हथियारों का प्रयोग किया गया, जिससे पाकिस्तान को केवल चार दिनों में ही घुटनों के बल आने पर मजबूर होना पड़ा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए बताया कि भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े में तैनात युद्धपोतों ने 96 घंटों के भीतर पाकिस्तान पर सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और टॉरपीडो के जरिए सफल हमले किए। इन हमलों से भारतीय रक्षा प्रणाली, तकनीक और हमारे सैनिकों की युद्ध क्षमताओं की ताकत का प्रदर्शन हुआ। राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि इन सटीक और लंबी दूरी के हमलों ने दुश्मन को हमारी सैन्य रणनीति और गंभीरता का एहसास कराया, जिसकी वजह से उन्हें रक्षात्मक मोड में जाना पड़ा।
यहां बता दें कि टॉरपीडो एक पानी के नीचे चलने वाला बम या मिसाइल होता है, जिसका प्रयोग विशेष रूप से दुश्मन की पनडुब्बियों और जहाजों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है।
INS विक्रांत का दौरा और सैनिकों से संवाद
राजनाथ सिंह ने हाल ही में भारत के स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत का दौरा किया। वहां मौजूद नौसैनिक जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "आपकी तैयारी इतनी मजबूत थी कि दुश्मन को कार्रवाई से पहले ही मानसिक रूप से पराजय का एहसास हो गया। आपके पराक्रम और युद्ध कौशल ने पाकिस्तान को भयभीत कर दिया। उन्हें भारतीय नौसेना की मारक क्षमताओं और आक्रामक रणनीति का सटीक अंदाजा हो गया है।"
हमने अपने शर्तों पर रोका सैन्य अभियान
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत ने अपने सैन्य अभियान को अपनी शर्तों पर रोका। उन्होंने कहा, "हमारा हमला इतना तीव्र और सटीक था कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को रोकने के लिए अपील करनी पड़ी। अभी तो हमने अपनी सेनाओं की पूरी ताकत का प्रदर्शन भी नहीं किया था। हमने तो केवल शुरुआत की थी।"
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दिया स्पष्ट संदेश
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि यह ऑपरेशन केवल आतंकवादियों के खिलाफ नहीं था, बल्कि उनके सरपरस्तों के लिए भी एक स्पष्ट चेतावनी थी। उन्होंने कहा, “भारतीय नौसेना ने इस एकीकृत सैन्य कार्रवाई में गौरवशाली भूमिका निभाई है। पाकिस्तान को अब यह समझ लेना चाहिए कि अपने हित में उसे अपनी धरती से आतंकवाद को खत्म करना ही होगा। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो भारत की ओर से और भी सख्त प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।”