कोटा। जेईई एडवांस्ड 2025 का परीक्षा परिणाम 2 जून को घोषित किया जाएगा। परिणाम आने के तुरंत बाद 3 जून से जोइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। देशभर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में बीटेक और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए यह काउंसलिंग छह राउंड्स में संपन्न होगी।
महिला छात्रों के लिए अधिक आरक्षण और अवसर
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा के अनुसार, जोसा काउंसलिंग में 20 प्रतिशत सुपरन्यूमेरी सीटें विशेष रूप से महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होती हैं। यह सुविधा उन छात्राओं के लिए फायदेमंद है जिनकी रैंक अपेक्षाकृत अधिक होती है और वे सामान्य सीटों पर चयनित नहीं हो पातीं।
2024 में महिला कैंडिडेट्स का सफल उदाहरण
देव शर्मा ने बताया कि वर्ष 2024 में ऑल इंडिया रैंक 21392 की एक महिला छात्रा को काउंसलिंग के पांचवें राउंड में आईआईटी पटना के बीएस इकोनॉमिक्स कोर्स में प्रवेश मिला था। इससे स्पष्ट होता है कि सही रणनीति और विकल्प भरने से आईआईटी में दाखिला मिल सकता है, भले ही रैंक अपेक्षाकृत उच्च हो।
2025 में सीटों की संख्या और अवसर बढ़ने की उम्मीद
इस वर्ष सीटों की कुल संख्या और सुपरन्यूमेरी सीटों की संख्या बढ़ने की संभावना है, जिससे लगभग 25 हजार ऑल इंडिया रैंक तक की महिला छात्राओं को IIT में प्रवेश का अवसर मिल सकता है।
स्मार्ट और रणनीतिक चॉइस फिलिंग आवश्यक
देव शर्मा ने छात्राओं को सलाह दी है कि वे जोसा की आधिकारिक वेबसाइट पर जल्दी से रजिस्ट्रेशन करें। साथ ही विभिन्न IIT संस्थानों और कोर्सेस की कटऑफ का अध्ययन कर रणनीतिक रूप से विकल्प भरें। सही चॉइस फिलिंग से वे प्रतिष्ठित IIT में प्रवेश की संभावना बढ़ा सकती हैं।
कुल छह राउंड में सीट आवंटन होगा, जिससे हर राउंड में कैंडिडेट्स को बेहतर विकल्प चुनने का मौका मिलता है। इसलिए, 25,000 रैंक तक की छात्राएं निराश न हों।
देव शर्मा ने सलाह दी है कि जेईई एडवांस्ड 2025 में सफल छात्राएं जल्द ही जोसा की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। वे विभिन्न आईआईटी संस्थानों और कोर्सों की कटऑफ का विश्लेषण कर समझदारी से विकल्प भरें ताकि काउंसलिंग में बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके।